बिटकॉइन स्कीम की जाल में फंसा दिल्ली का शख्स, तीन दिन में गंवा दिए 40 लाख रुपए
पीड़ित ने बताया कि एक दिन सोशल मीडिया पर उसे एक पार्ट टाइम जॉब का विज्ञापन दिखा। शुरुआत में जालसाजों ने उसे कुछ यूट्यूब वीडियो भेजे और उन्हें लाइक करने को कहा।
जल्द से जल्द अमीर बनने की चाहत और आसानी से पैसा कमाने की इच्छा हर रोज कई लोगों को ठगी का शिकार बना देती है। 'ऑनलाइन जेबकतरे' अब उन लोगों को टारगेट बना रहे हैं जो बगैर मेहनत के लखपति-करोड़पति बनने का ख्वाब देख रहे हैं। एक ऐसा ही मामला राजधानी दिल्ली से आया है। जालसाजों ने ऐसा तिकड़म रचा कि पीड़ित ने तीन दिन के अंदर चालीस लाख रुपए गंवा दिए।
पहले पार्ट टाइम जॉब का ऑफर
पीड़ित ने बताया कि एक दिन सोशल मीडिया पर उसे एक पार्ट टाइम जॉब का विज्ञापन दिखा। शुरुआत में जालसाजों ने उसे कुछ यूट्यूब वीडियो भेजे और उन्हें लाइक करने को कहा। ऐसा करके स्क्रीनशॉट भेजने पर ठगों ने पीड़ित को कुछ पैसे भी दिए। 'टीओआई' की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों ने कुछ दिनों बाद पीड़ित को एक 'वीआईपी डेली टास्क' वाले ग्रुप में जोड़ा और यहीं से शुरू हुआ ठगी का असली खेल।
बिटकॉइन स्कीम की जाल
वीआईपी ग्रुप में जोड़ने के लिए ठगों ने पीड़ित को एक हजार रुपए भेजने के लिए कहा। इसके बाद वहां आरोपियों ने उसे एक लिंक भेजा। फिर उसे बिटकॉइन स्कीम में पैसा जमा करने के लिए कहा गया। उसे यह भरोसा दिया गया कि ऐसा करने पर उसे मोटी रकम मिलेगी। ठग उसे कुछ न कुछ टास्क भी दिया करते थे।
कम समय में ज्यादा पैसा कमाने की चाहत में शख्स ने पहले ही दिन 7.5 लाख रुपए जमा कर दिए। रिपोर्ट में शख्स ने बताया कि पैसा जमा करने के बाद वो गेम में पैसा हार गया। पैसा वापस करने के लिए जालसाजों ने उससे 20 लाख रुपए जमा करने को कहा। डूबे हुए पैसों को वापस पाने के लिए शख्स लोन लेकर पैसा जमा किया। लेकिन उसे पैसा वापस नहीं मिला।
इस तरह केवल तीन दिन के भीतर द्वारका के रहने वाले पीड़ित ने 63 बार पैसे भेजे। उसने कुल 40 लाख रुपए ठगों को भेज दिया। जब उसे लगा कि उसके पैसे अब डूब गए हैं और उसके साथ ठगी हुई है तब वो पुलिस स्टेशन पहुंचा। मंगलवार को पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।