कार चालकों की गलती थी, मैं डर गई थी; अंजलि की दोस्त ने बताई हादसे की पूरी कहानी
कंझावला केस: लड़की ने बताया है कि टक्कर लगने के बाद मैं कार से अलग गिरी थी। अंजलि कार की तरफ गिरी थी। स्कूटी से गिरने के बाद उसको मामूली चोट लगी थी और फिर वो उठ कर अपने घर चली गई थी।
कंझावला केस: दिल्ली में अंजलि के साथ बर्बरता को लेकर जो थ्योरी पुलिस ने दी है अब उसकी कड़ियां जुड़ती जा रही हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने अब अंजलि की दोस्त का बयान दर्ज कर लिया है। माना जा रहा है कि अंजलि की दोस्त का बयान इस पूरे मामले में काफी अहम है। पुलिस ने धारा 164 के तहत अंजलि की दोस्त का बयान दर्ज किया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि अंजलि की दोस्त ने कई सारे खुलासे किये हैं। बता दें कि हम यहां अंजलि की उस दोस्त की बात कर रहे हैं जो सीसीटीवी फुटेज में होटल के बाहर नजर आई थी। यह लड़की भी अंजलि के साथ स्कूटी पर गई थी। अंजलि और उसकी दोस्त दोनों का ही कार से एक्सीडेंट हुआ था।
क्या कहा अंजलि की दोस्त ने
मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि मृतक अंजलि की दोस्त निधि ने इस मामले में कई अहम खुलासे किये हैं। अंजलि की दोस्त ने पुलिस को बताया है कि गलती कार सवारों की थी। कार की टक्कर के बाद वो डर गई थी। निधि ने कहा कि डर के चलते उसने किसी को कुछ नहीं बताया। निधि ने बताया है कि टक्कर लगने के बाद मैं कार से अलग गिरी थी। अंजलि कार की तरफ गिरी थी। स्कूटी से गिरने के बाद निधि को मामूली चोट लगी थी और फिर वो उठ कर अपने घर चली गई थी। निधि के मुताबिक, वो काफी डरी हुई थी इसलिए उठ कर घर चली गई थी।
इस पूरे मामले में अंजलि की दोस्त निधि का बयान काफी अहम माना जा रहा है। दरअसल मृतक अंजलि की दोस्त का बयान सामने आने के बाद इस बात की पुष्टि लगभग हो चुकी है कि अंजलि की स्कूटी से कार टकराई थी। यानी सड़क पर एक्सीडेंट हुआ था। एक्सीडेंट की बात दिल्ली पुलिस भी लगातार कह रही थी। अब ऐसी आशंका है कि अंजिल की दोस्त के बयान के साथ आरोपियों के बयान का मिलान किया जाएगा। दिल्ली पुलिस इसके आधार पर आगे की जांच करेगी और इसे आरोपियों के खिलाफ एक अहम सबूत भी बना सकती है। दिल्ली पुलिस ने जब हादसे के रूट की पड़ताल की थी तब उसे अंजलि की दोस्त के बारे में पता चला था। जिसके आधार पर पुलिस उस लड़की तक पहुंच गई। जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया उसमें अंजलि होटल के बाहर अपने दोस्त के साथ नजर आई थी।
मृत लड़की अंजलि की शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि लड़की के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है। यानी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस अभी विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है और इसके अलावा एफएसएल रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है। बता दें कि तीन डॉक्टरों के पैनल ने लड़की का पोस्टमार्टम किया है।
परिवार में कमाने वाली सिर्फ एक युवती
पुलिस के अनुसार, युवती अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली थी। 31 दिसंबर की रात को उसकी स्कूटी कार से टकरा गई और वह कार के नीचे फंस गई। उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था और कंझावला में एक सड़क पर वह निर्वस्त्र अवस्था में पायी गयी। कथित तौर पर कार में सवार पांच लोगों पर सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस पर हालांकि मामले में 'ढुलमुल जांच' करने का भी आरोप लगा। पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
आरोपियों के नशे में होने का शक
प्रथम दृष्टया यह आशंका जताई जा रही है कि घटना के समय आरोपी नशे में थे। सूत्रों ने कहा कि घटना के समय आरोपी नशे में थे या नहीं, यह पता लगाने के लिए उनके खून के नमूने चिकित्सा जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। नए उच्च-गुणवत्ता वाले सुरक्षा कैमरे के फुटेज से पता चला कि कार के निचले हिस्से में फंसी पीड़ित युवती को करीब एक घंटे तक घसीटा गया।
पुलिस ने 12 किलोमीटर सड़क का लिया जायजा
विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह ने अपनी टीम के साथ सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किलोमीटर लंबी सड़क का निरीक्षण किया, जहां बाहरी दिल्ली में एक 20 वर्षीय युवती को कार से घसीटा गया था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस से इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। दिल्ली पुलिस ने विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है और उनसे घटना के संबंध में जल्द से जल्द एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के तहत, सिंह ने अपनी टीम के साथ सोमवार रात अपराध स्थल का दौरा किया और बाहरी दिल्ली में उस सड़क का निरीक्षण किया, जहां कार के नीचे फंसने के बाद युवती को घसीटा गया था। सूत्रों के अनुसार, टीम की प्राथमिक जिम्मेदारी मार्ग का विश्लेषण करना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोकने के लिए सुधारों का सुझाव देना है।