जल बोर्ड ऑफिस में तोड़फोड़ के पीछे रमेश बिधूड़ी का हाथ? AAP के आरोपों पर BJP नेता का क्या जवाब
आतिशी ने रमेश बिधूड़ी के अलावा बीजेपी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष धीरज सिंह राजपूत हिंसक पर भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे और विरोध के दौरान भाजपा के झंडे दिखाई दे रहे थे।
दिल्ली में पानी का संकट गहराता जा रहा है। जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच रविवार को लोगों का गु्स्सा फूट पड़ा और उन्होंने छत्तरपुर स्थित दिल्ली जल बोर्ड के ऑफिस में तोड़फोड़ कर दी। इस तोड़फोड़ में ऑफिस के शीशे टूट गए। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि इसके पीछे बीजेपी का हाथ है। जल मंत्री आतिशी ने इसके लिए बीजेपी के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष धीरज सिंह राजपूत हिंसक विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे और विरोध के दौरान भाजपा के झंडे दिखाई दे रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि जल बोर्ड ऑफिस के बाहर इकट्ठा हुए लोगों ने मटकों से शीशे तोड़े। मौके से घटना की सीसीटीवी फुटेज भी बरामद कर ली गई है। पुलिस ने कहा, हमें रविवार शाम को एजेंसी के एक अधिकारी से छतरपुर में दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय के अंदर तोड़फोड़ की घटना की शिकायत मिली है। हम इसकी जांच कर रहे हैं। क्राइम टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और एफआईआर दर्ज करने से पहले गवाहों के बयान लिए जाएंगे।
दिल्ली बीजेपी ने कहा कि पार्टी किसी भी तरह की हिंसा को मंजूरी नहीं देती है लेकिन छतरपुर में जो कुछ भी हुआ वह "हिंसा का मामला" नहीं था। दिल्ली बीजेपी उपाध्यक्ष और कालकाजी पार्षद योगिता सिंह ने कहा, 'बीजेपी किसी भी तरह की हिंसा को मंजूरी नहीं देती लेकिन आज जो कुछ भी हुआ वह हिंसा का मामला नहीं था। पूरी दक्षिणी दिल्ली सूखी हुई है, कई-कई दिनों तक पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। चाहे स्थानीय आप विधायक हों या डीजेबी कर्मचारी, सभी लोगों से बच रहे हैं।'
रमेश बिधूड़ी ने क्या कहा?
वहीं, बिधूड़ी ने पलटवार करते हुए कहा कि आतिशी को पहले यह बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार का "दिल्ली मॉडल" लोगों को पानी उपलब्ध कराने में क्यों विफल रहा है> उन्होंने कहा कि पानी की कमी से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए आतिशी भाजपा पर आरोप लगा रही हैं।
उन्होंने कहा, "यह आम आदमी पार्टी (आप) की रणनीति है। जब उनका भ्रष्टाचार उजागर होता है तो वे शोर मचाते हैं कि भाजपा उनकी सरकार गिरा रही है। वे अब फिर से भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं, जब वे पानी जैसी बुनियादी जरूरत को पूरा करने में विफल रहे हैं।"