राजकुमार को बसपा में नहीं मिला 'आनंद', केजरीवाल के पूर्व मंत्री अब भाजपा के हुए; एक विधायक भी BJP के साथ
आम आदमी पार्टी के कुछ अन्य नेता भी बीजेपी में शामिल हुए हैं। दिल्ली में अगले ही साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राजकुमार आनंद के बीजेपी में शामिल होने को AAP के लिए झटका माना जा रहा है।
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजकुमार आनंद बीजेपी में शामिल हो गए हैं। राजकुमार आनंद के साथ उनकी पत्नी वीणा आनंद भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कुछ अन्य नेता भी बीजेपी में शामिल हुए हैं। इतना ही नहीं AAP के मौजूदा विधायक करतार सिंह तंवर भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। दिल्ली में अगले ही साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राजकुमार आनंद के बीजेपी में शामिल होने को आम आदमी पार्टी के लिए एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है। राजकुमार आनंद और करतार सिंह तंवर के अलावा रत्नेश गुप्ता, सचिन राय, पूर्व विधायक वीना आनंद और आप पार्षद उमेद सिंह फोगाट बीजेपी में शामिल हुए हैं।
केजरीवाल को घेरा
बीजेपी का दामन थामने के बाद राज कुमार आनंद ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से आग्रह किया था कि वो दलितों के कल्याण के लिए काम करें लेकिन उन्होंने उनका आग्रह ठुकरा दिया था। राजकुमार आनंद ने कहा, 'मुझे इस बात की खुशी है कि बीजेपी ने मुझे पार्टी में आने का मौका दिया। मैं सभी और खासकर दलित समुदाय के कल्याण के काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।'
राजकुमार आनंद ने कहा, 'यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं समाज को लौटाऊं। मैंने केजरीवाल से दलितों के कल्याण के लिए काम करने को कहा था लेकिन वो लगातार मेरा आग्रह ठुकराते रहे। जिसकी वजह से मैंने इस्तीफा दिया।' राज कुमार आनंद ने केजरीवाल सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि दलितों के कल्याण के लिए आने वाला फंड आखिर कहां गया?
BSP में हुए थे शामिल
इससे पहले अप्रैल के महीने में राज कुमार आनंद ने आप सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। पटेल नगर से विधायक रह चुके राजकुमार आनंद ने AAP सरकार से इस्तीफा देते वक्त कहा था कि भ्रष्टाचार को लेकर दिल्ली सरकार की जो नीति वो उससे सहमत नहीं हैं। हालांकि, आम आदमी पार्टी को छोड़ने के बाद राजकुमार आनंद बीएसपी में शामिल हो गए थे। उस वक्त भी यह कयास लगाए जा रहे थे कि राजकुमार आनंद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं लेकिन उस वक्त वो हाथी पर सवार हुए थे। अब राजकुमार आनंद ने अपनी पत्नी के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया है। राजकुमार आनंद ने बीएसपी में शामिल होने के बाद नई दिल्ली लोकसभा सीट से पर्चा भी भरा था।
पत्नी भी रह चुकी हैं विधायक
राजकुमार आनंद ने बसपा में शामिल होने के बाद कहा था कि वो अपने घर लौट आए हैं। आप से इस्तीफा देने के बाद राजकुमार आनंद ने कहा था कि आप में दलित विधायकों, मंत्रियों और अन्य नेताओं को सम्मान नहीं दिया जाता है। अरविंद केजरीवाल सरकार में सामाजिक कल्याण मंत्री रह चुके राजकुमार आनंद ने साल 2020 में पहली बार पटेल नगर विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। वैसे इसी विधानसभा सीट से राजकुमार आनंद की पत्नी भी विधायक रह चुकी हैं।
राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी से ऐसे वक्त में इस्तीफा दिया था जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के कई अन्य नेता जेल में बंद थे। राजकुमार आनंद के AAP छोड़ने के बाद सौरभ भारद्वाज और संजय सिंह ने आरोप लगाया था कि राजकुमार आनंद ने जांच एजेंसियों के दबाव में आकर आम आदमी पार्टी का दामन छोड़ा है। उस वक्त आप के नेताओं ने यह भी कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय ने राजकुमार आनंद के ठिकानों पर पिछले साल नवंबर के महीने में छापेमारी भी की थी। आप नेताओं ने कहा था कि राजकुमार आनंद डर गए हैं और वो जल्द ही बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। हालांकि, आप छोड़ने के कुछ दिनों बाद अचानक बीएसपी ज्वाइन कर राजकुमार आनंद से सबको चौंका दिया था।