नोएडा-ग्रेटर नोएडा बना ड्रग्स तस्करी का सेंटर, एनसीबी ने पकड़ी एलसीडी की 'सबसे बड़ी खेप'
मादक पदार्थनियंत्रण ब्यूरो ने दिल्ली में ड्रग्स का दो दशक का सबसे बड़ा जखीरा पकड़ा है। इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें से तीन नोएडा के हैं।
दिल्ली में ड्रग्स का दो दशक का सबसे बड़ा जखीरा पकड़ा गया है। मादक पदार्थनियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन नोएडा के हैं। ये लोग डार्क नेट और क्रिप्टो करंसी के जरिए देशभर में तस्करी का नेटवर्क चलाते थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस उपलब्धि पर एजेंसी को बधाई देते हुए कहा कि यह साइबर सतर्कता और खुफिया विभाग के बीच बड़े समन्वय को दर्शाता है।
एनसीबी के उप महानिदेशक (उत्तरी रेंज) ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि ये लोग एलएसडी यानी लिसर्जिक एसिड डाइथिलेमाइड को विदेशों से मंगाकर देश के विभिन्न हिस्सों में भेज रहे थे। इनके निशाने पर युवा होते थे, जिन्हें सोशल मीडिया पर संपर्क किया जाता था। उन्होंने दावा किया कि एलएसडी के 15 हजार ब्लॉट जब्त किए गए हैं। यह देश में एक अभियान में एलएसडी ब्लॉट्स की जब्त सबसे बड़ी खेप है। यह नेटवर्क पोलैंड, नीदरलैंड, अमेरिका तक फैला है।
भ्रमित कर देता है पार्टी ड्रग्स
लिसर्जिक एसिड डाइथिलेमाइड (एलएसडी) को पार्टी ड्रग्स भी कहते हैं। यह सिंथेटिक रसायन आधारित मादक पदार्थ है। इसके प्रयोग के बाद नशे में डूबे व्यक्ति को मतिभ्रम हो जाता है। एलएसडी का सर्वाधिक दुरुपयोग युवा कर रहे हैं जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं।
यूरोप से भारत तक फैला ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क
मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने मंगलवार को जिस मादक पदार्थ एलएसडी की सबसे बड़ी खेप को जब्त किया है, उसका व्यापार करने वालों का नेटवर्क यूरोप, अमेरिका से लेकर भारत तक फैला है। अधिकारी ने बताया पोलैंड, नीदरलैंड, अमेरिका, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु और यूपी तक इसके तार जुड़े हुए हैं।
शिक्षित युवाओं को पुलिस ने पकड़ा
पकड़े गए युवाओं में एक गोवा का छात्र है, जो नोएडा के निजी विश्वविद्यालय में पढ़ता है और दूसरा दिल्ली का लड़का है, जो इन ब्लॉट्स को कश्मीर भेजने का प्रयास कर रहा था। गिरफ्तार युवाओं में लड़की भी है, जिसे एनसीआर से गिरफ्तार किया गया। एक सप्लायर जयपुर का है और एक व्यक्ति केरल का रहने वाला है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
युवाओं में सबसे ज्यादा मांग
एनसीबी के उप महानिदेशक (उत्तरी रेंज) ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि यह दो हफ्ते तक चले ऑपरेशन का नतीजा है। उन्होंने बताया कि कर्नाटक पुलिस ने साल 2021 के दौरान एलएसडी के 5000 ब्लॉट्स जब्त किए थे और इतनी मात्रा में ब्लॉट्स को कोलकाता एनसीबी ने 2022 में जब्त किया था।
नोएडा के छात्र शामिल
देश में नोएडा-ग्रेटर नोएडा ड्रग्स तस्करी का बड़ा सेंटर बन गया है। यहां हजारों करोड़ रुपये के ड्रग्स का कारोबार होता है। नामी कंपनियों में काम करने वाले कई इंजीनियर से लेकर कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी इसमें संलिप्त हैं। मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो ने सोमवार को दिल्ली में देशभर में ‘डार्क वेब’ के जरिये संचालित किए जा रहे मादक पदार्थ की तस्करी के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने और एलएसडी की अब तक की ‘सबसे बड़ी खेप’ जब्त करने का दावा किया। इस मामले में नोएडा का सीधा संबंध निकलकर सामने आया है।
एक स्टैम्प 7 हजार की
एलएसडी को अमीरों का नशा कहा जाता है। इसके एक स्टैम्प की कीमत 5 से 7 हजार रुपये होती है। स्टैम्प पर अक्सर कोई आकृति या तस्वीर बनी होती है। कई बार अलग-अलग श्रेणी की एलएसडी की पहचान तस्वीरों से होती है।