Delhi Dehradun Expressway : देहरादून एक्सप्रेसवे पर दिल्ली में इन 5 स्थानों से प्रवेश कर सकेंगे वाहन
राजधानी की सभी मुख्य सड़कों का ट्रैफिक सीधे लूप और रैंप के जरिये दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर आ-जा सकेगा। इसके लिए दिल्ली की सीमा में पांच स्थानों पर प्रवेश और निकासी की सुविधा होगी।
पूर्वी और उत्तरी दिल्ली को जाम से निजात दिलाने के लिए दिल्ली से सीधे देहरादून को जोड़ने के लिए नए एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। राजधानी की सभी मुख्य सड़कों का ट्रैफिक सीधे लूप और रैंप के जरिये दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi Dehradun Expressway) पर आ-जा सकेगा। इसके लिए दिल्ली की सीमा में पांच स्थानों पर प्रवेश और निकासी की सुविधा होगी।
वहीं, गाजियाबाद की सीमा में दो जगहों पर यह सुविधा उपलब्ध होगी। दिसंबर 2023 तक पहले दो चरणों का निर्माण होना है, जिसके बनने पर प्रतिदिन करीब ढाई लाख वाहन बिना जाम में फंसे दिल्ली और गाजियाबाद की सीमा से बाहर जा सकेंगे। गाजियाबाद के लोनी में आवास विकास परिषद (आविप) की मंडोला आवासीय लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़ी है। उसमें आविप को खरीदार नहीं मिल रहे हैं। यहां ट्रोनिका सिटी समेत अन्य आवासीय योजना भी हैं, जिनमें रहने वाले लोगों के सामने सीधे यातायात की सबसे बड़ी समस्या है, लेकिन नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) मंडोला में डीडीई को जोड़ने के लिए दो-दो लेन के रैंप बना रही है, जिनके सहारे सीधे एक्सप्रेसवे पर वाहनों को चढ़ने और उतरने की सुविधा मिलेगी।
कहां चढ़ने-उतरने की सुविधा
स्थान (दिल्ली सीमा) किलोमीटर
अक्षरधाम : शून्य
गांधीनगर-गीता कॉलोनी 5.5
आईएसबीटी-दिलशाद गार्डन मार्ग 7.4
खजूरी पुस्ता मार्ग 9.5
सिग्नेचर ब्रिज मार्ग 11.2
स्थान यूपी की सीमा किलोमीटर
यूपी बोर्ड से तीन किमी आगे 17.5
(टोल प्लाज भी होगा)
मंडोला 26.00
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रसेव खेखड़ा 31.50
(नोट- जहां से एक्सप्रेसवे की शुरुआत होती है उसे तकनीकी भाषा में शून्य पॉइंट कहा जाता है।)
नहीं झेलना होगा यमुनापार में जाम
एक्सप्रेसवे के तैयार होने पर दिल्ली में यमुनापार और लोनी का जाम नहीं झेलना पड़ेगा। अभी अगर दिल्ली-सहारनपुर मार्ग से होते हुए देहरादून जाना है तो उसके लिए छह से सात घंटे लगते हैं। इसलिए लोग देहरादून जाने के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन, 210 किलोमीटर लंबे नए एक्सप्रेसवे के बनने से समय की बचत के साथ ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर जाम खत्म होगा।
बागपत का खेकड़ा भी जुड़ेगा
मंडोला में रैंप बनने का फायदा बागपत की खेकड़ा तहसील के लोगों को भी होगा, जहां से बड़ी संख्या में लोग दिल्ली में हर रोज नौकरी और कारोबार के लिए आते-जाते हैं। खेखड़ा के लोग भी मंडोला के पास बनने वाले रैंप का इस्तेमाल कर सकेंगे।
मंडोला से सीधे जुड़ेगा
एक्सप्रेसवे मंडोला सीधे एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा वहीं यहां के लोगों के लिए दिल्ली (अक्षरधाम) की दूरी महज साढ़े 18 किलोमीटर रह जाएगी। अभी यह दूरी तय करने में करीब डेढ़ घंटा लगता है, जो एक्सप्रेसवे के बनने पर 20 मिनट में तय हो सकेगा। इतना ही नहीं दिल्ली में एक्सप्रेसवे को पांच मुख्य मार्गों से जोड़ा जा रहा है।
आसान होगा आवागमन
एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार एलाइनमेंट इस तरह तैयार किया गया है कि दिल्ली-गाजियाबाद की सभी प्रमुख सड़कों का ट्रैफिक आसानी से दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल कर सके। इसलिए दिल्ली की सीमा में पांच प्रवेश और निकासी प्वाइंट बनाए जा रहे हैं। गाजियाबाद में भी पूर्व निर्धारित एलाइमेंट के हिसाब से वाहनों के चढ़ने और उतरने के लिए दो जगह रैंप और लूप बनाया जा रहा है। इसमें सबसे बड़ा फायदा मंडोला क्षेत्र को होगा, क्योंकि वाहन पर प्रदेश सरकार के कई अहम प्रोजेक्ट भी हैं, जिन्हें एक्सप्रेसवे के तैयार होने पर गति मिलेगी।