दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का पहला चरण फाइनल होने से डेढ़ घंटे का सफर 30 मिनट में होगा पूरा
एनएचएआई से जुड़े अधिकारी का कहना है कि अब निर्धारित समय अवधि में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के दोनों पैकेज की एलिवेटेड रोड बनाने का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद उस पर यातायात शुरू किया जा सकेगा।
दिल्लीवासियों को जल्द ही दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) की सौगात मिलने वाली है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने साफ कर दिया है कि 15 जुलाई तक एक्सप्रेसवे के पहले चरण में दो पैकेज बनकर तैयार हो जाएंगे, जिसके बाद इस पर यातायात शुरू किया जा सकेगा। इस संबंध में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भी सूचना दी गई है। मंत्रालय से हरी झंडी मिलते ही यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
एनएचएआई से जुड़े अधिकारी का कहना है कि अब निर्धारित समय अवधि में एक्सप्रेसवे के दोनों पैकेज की एलिवेटेड रोड बनाने का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद उस पर यातायात शुरू किया जा सकेगा। एलिवेटेड रोड के नीचे सर्विस रोड बनाई जा रही है, जिसका काम पूरा होने में दो से तीन महीने का अतिरिक्त समय लग सकता है, लेकिन ऊपर से ट्रैफिक बिना किसी रुकावट के संचालित हो सकेगा। संभावना है कि मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद 30 जुलाई तक यातायात शुरू हो जाएगा। इसके खुलने से पूर्वी दिल्ली, लोनी और बागपत की तरफ से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को बड़ा लाभ होगा। यात्रा समय में करीब एक से डेढ़ घंटे की कमी होगी।
अभी तक अक्षरधाम से खेकड़ा (बागपत) तक जाने में सामान्य समय में भी डेढ़ घंटे का समय लगता है जो घटकर 30-35 मिनट रह जाएगा।
टोल वसूली को लेकर लिया जाना है फैसला
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली किस तरह से की जानी है, इसको लेकर अभी फैसला लिया जाना बाकी है। एक्सप्रेसवे पर दिल्ली बॉर्डर से गाजियाबाद की तरफ करीब चार किलोमीटर बाद सभापुर गांव के सामने टोल प्लाजा बनाया गया है। पहले टोल का प्रारूप निर्धारित होगा। उसके बाद टोल दरों को निर्धारित किया जाएगा। यह काम मंत्रालय स्तर से तय होना है।