एयर पलूशन के बाद अब नहीं मिल रहा कूड़े का सलूशन, चांदनी चौक में सफाई व्यवस्था बदहाल; क्या है वजह ?
दिल्ली के चांदनी चौक में बीते 2 दिनों से कूड़ा न उठाए जाने के बाद बाजार की हालत खराब हो गई है। कॉन्ट्रैक्ट पर प्राइवेट सैनिटेशन एजेंसी ने पैसा न मिलने के चलते हड़ताल कर दिया है।
आमतौर पर त्यौहारों के पास आते ही घरों, बाजारों समेत लगभग हर जगह साफ-सफाई बढ़ जाती है। मार्केट भी गुलजार हो जाते हैं। सामानों को सजा-सजाकर रखा जाने लगता है। बाजारों में रोजाना भीड़ बढ़ने लगती है। ऐसे में अगर बाजार से एक दिन कूड़ा न उठाया जाए तो बेहद खराब स्थिति सामने आ सकती है। कुछ ऐसा ही हुआ दिल्ली के चांदनी चौक में। दरअसल दिवाली से पहले चांदनी चौक में जमकर भीड़ लग रही है। ऐसे में इलाके में लगे डस्टबिन (कूड़ादान) भर जाते हैं लेकिन मंगलवार से सैनिटेशन वर्कर्स को पैसा न मिलने के चलते काम पर न आने से कूड़ा अब फैल रहा है।
जानकारी के मुताबिक लोक निर्माण विभाग PWD द्वारा बकाया पैसा न दिए जाने के चलते साफ सफाई का कराने वाली एजेंसी ने काम रोक दिया है। जिसके चलते मंगलवार को चांदनी चौक बाजार में साफ सफाई की धज्जियां उड़ गईं। व्यापारियों और स्थानीय एसोसिएशन ने बताया दिवाली से पहले त्योहारी सीजन के दौरान भारी भीड़ के बावजूद बाजार में साफ-सफाई की स्थित बेहद खराब है। कूड़ेदान भरे हुए हैं। अब सड़क पर कचरा फैल रहा है।
चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के प्रमुख संजय भार्गव ने बताया कि पिछले दो दिनों से मुख्य बाजार क्षेत्र से कचरा नहीं उठाया गया है। इसकी वजह प्राइवेट कंपनी को पैसा न मिलना बताया गया है। उन्होंने कहा,''दिवाली में एक सप्ताह से भी कम समय बचा है और हजारों लोग बाजार आ रहे हैं। ऐसे महत्वपूर्ण समय के दौरान, सफाई व्यवस्था एक बार फिर चरमरा गई है। हमें अक्टूब में ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा था जब ठेकेदार ने बकाया भुगतान न करने के कारण काम करना बंद कर दिया था।"
चांदनी चौक के कूंचा महाजनी में बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश सिंघल ने कहा कि पूरा बाजार कूड़े से अटा पड़ा था। उन्होंने कहा, "टाउन हॉल के पास मुख्य शौचालय परिसर बंद पड़े हैं और महिला ग्राहकों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इससे बाजार और हमारे व्यवसाय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सरकार को हालत पर जल्द काम करना चाहिए।"
दोबारा विकसित किए गए कॉरिडोर में चार शौचालय हैं जिनका मैनेजमेंट प्राइवेट कंपनियां करती हैं। इनके कामों में दैनिक सफाई, कचरा हटाना और सड़क के फर्नीचर को धोना भी शामिल था। गौरतलब हो सितंबर 2021 में, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने लाल किले और पुरानी दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के बीच एक पुनर्निर्मित सड़क का उद्घाटन किया था । 1.4 किलोमीटर लंबी सड़क चांदनी चौक के पुनर्विकास के पहले चरण के हिस्से के रूप में पैदल चलने के लिए बनाई गई थी। इस पूरे कॉरिडोर की साफ सफाई का काम प्राइवेट कंपनी को सौंपा गया है।
13 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में, ठेकेदार ने पीडब्ल्यूडी को लिखा था कि 5.5 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है। ठेकेदार ने वार्निंग दी थी कि 16 अक्टूबर के बाद अगले निर्देश तक अपनी सेवाएं निलंबित कर देगा। पत्र में यह भी कहा गया है कि कॉन्ट्रैक्ट को बंद करने या एक्सटेंड करने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए जाने चाहिए। कंपनी ने 17 अक्टूबर को परिचालन फिर से शुरू किया था।
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि यह दिवाली का सप्ताह है, कारोबार की भीड़ का समय है और दिल्ली के सबसे पुराने व्यापारिक केंद्र चांदनी चौक की दुर्दशा दयनीय है। उन्होंने कहा, "सोमवार सुबह से चांदनी चौक की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। सरकार ने चांदनी चौक की सफाई व्यवस्था एक निजी कंपनी को दे दी है जो कल से सफाई नहीं करा रही है। पिछले महीने अक्टूबर में भी सफाई नहीं हुई थी। बताया जा रहा है कि PWD इस निजी स्वच्छता कंपनी को चार महीने से भुगतान नहीं कर रहा है।''
वहीं इस पूरे मामले पर दिल्ली सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि इलाके की सफाई कर दी गई है और कंपनी को एक्सटेंशन दे दिया गया है।