दिल्ली: श्मशान में 9 साल की बच्ची से रेप और हत्या, 30 दिन के भीतर पुलिस ने 4 के खिलाफ दाखिल की 400 पन्नों की चार्जशीट
दिल्ली कैंट इलाके के ओल्ड नांगल गांव के श्मशान घाट में नौ साल की दलित बच्ची से कथित गैंगरेप और हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने 400 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में श्मशान घाट के...
दिल्ली कैंट इलाके के ओल्ड नांगल गांव के श्मशान घाट में नौ साल की दलित बच्ची से कथित गैंगरेप और हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने 400 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में श्मशान घाट के पुजारी और तीन अन्य लोगों पर बच्ची से गैंगरेप और हत्या का आरोप लगाया गया है। इस घटना के बाद इलाके में काफी प्रदर्शन हुए थे।
जानकारी के अनुसार, एक अगस्त को पानी लाने के लिए श्मशान जाने के बाद पुजारी (53) और तीन कर्मचारियों ने लड़की के साथ कथित तौर पर मारपीट की थी। अगस्त की शुरुआत में ही गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों पर आरोप साबित होने के बाद मौत की सजा का सामना करना पड़ सकता है।
लड़की की मां ने पहले पुलिस को बताया था कि आरोपियों ने उसे श्मशान में बुलाया और दावा किया कि उसकी बेटी को बिजली का करंट लगा है। उन्होंने उससे कहा कि अगर उसने पुलिस को घटना की सूचना दी, तो पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर उसकी बच्चे के अंगों को निकालकर उन्हें बेच देंगे।
उसके बाद आरोपियों ने उसकी बेटी के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। घटना के बाद कुछ स्थानीय लोगों ने हस्तक्षेप करते हुए चिता से कुछ जले हुए अवशेषों को निकाला और पुलिस को घटना की सूचना दी।
सरकार ने शनिवार देर रात एक बयान में कहा कि दिल्ली पुलिस की 400 पन्नों की चार्जशीट में "वैज्ञानिक, तकनीकी और अन्य सबूत" और गवाहों की गवाही को आधार बनाया गया है।
चार्जशीट में कहा गया है कि कथित घटना के 30 दिनों के भीतर आरोप तय करने के लिए उसके दबाव ने 130 करोड़ लोगों के देश में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस को दर्शाया है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, 2019 में देश में हर दिन औसतन लगभग 90 लड़कियों और महिलाओं से बलात्कार होता था, लेकिन माना जाता है कि बड़ी संख्या में यौन हमले दर्ज नहीं किए जाते हैं।