दिल्ली में फिर होगी चुनावी जंग, BJP ने AAP से मुकाबले का कर दिया ऐलान; शिखा और सोनी पर भरोसा
भाजपा ने एक बार फिर दिल्ली म्यूनिसिपिल कॉर्पोरेशन (एमसीडी) में आम आदमी पार्टी (आप) से मुकाबले का फैसला किया है। 26 अप्रैल को होने जा रहे मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए उम्मीदवारों का ऐलान किया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर दिल्ली म्यूनिसिपिल कॉर्पोरेशन (एमसीडी) में आम आदमी पार्टी (आप) से मुकाबले का फैसला किया है। 26 अप्रैल को होने जा रहे मेयर चुनाव के लिए पार्टी ने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। भगवा दल ने मेयर पद के लिए शिखा राय को उम्मीदवार बनाया है तो डिप्टी मेयर पद पर मुकाबले के लिए सोनी पांडे पर भरोसा जताया है। एमसीडी में 'आप' को बहुमत हासिल है और पहले मेयर चुनाव में कई बार टकराव के बाद उसने जीत हासिल की थी। हालांकि, स्टैंडिंग कमिटी का चुनाव अब तक नहीं हो सका है।
राय और पांडे मंगलवार को अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया। आज नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी और मतदान 26 अप्रैल को होगा। शिखा राय ग्रेटर कैलाश-1 वार्ड से पार्षद हैं, जबकि सोनी पांडे उत्तरपूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार वार्ड का प्रतिनिधित्व करती हैं। इससे पहले, दिल्ली भाजपा के एक शीर्ष नेता ने दावा किया था कि पार्टी के मेयर और डिप्टी मेयर पद का चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है क्योंकि आम आदमी पार्टी (आप) के पक्ष में 'स्पष्ट जनादेश'है।
'आप' ने मेयर शैली ओबेरॉय और डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल को फिर से मैदान में उतारा है। दिल्ली नगर निगम के महापौर का एक साल का कार्यकाल अप्रैल में शुरू होता है। एमसीडी के पांच साल के कार्यकाल में पहला साल महिला मेयर के लिए आरक्षित होता है। दूसरा साल सामान्य, तीसरा आरक्षित वर्ग और शेष दो साल सामान्य वर्ग के मेयर के लिए है। इससे पहले फरवरी में हुए मेयर चुनाव में शैली ओबेरॉय ने भाजपा की रेखा गुप्ता को 34 वोट से हरा दिया था। आले इकबाल ने भी अपने प्रतिद्वंद्वी को हरा दिया था।
पिछले साल दिसंबर में हुए एमसीडी चुनाव में 'आप' ने जीत हासिल की थी। भाजपा के 15 साल पुराने शासन को खत्म करके केजरीवाल की पार्टी पहली बार निगम पर कब्जा किया। 250 वार्ड में हुए चुनाव में आप को 134 में जीत मिली तो भाजपा ने 104 सीटों पर कब्जा किया था। कांग्रेस को महज 9 वार्ड में जीत मिली तो 3 पर निर्दलीय सफल रहे थे। हालांकि, एल्डरमैन के वोटिंग अधिकार को लेकर एमसीडी में भाजपा और आप के बीच कई बार टकराव हुआ। मारपीट और हंगामे की वजह से कम से कम तीन बार मेयर चुनाव को टालना पड़ा था।