कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर डीडीएमए की बैठक कल, व्यापारियों ने पत्र लिखकर लगाई ये गुहार
कल होने वाली डीडीएमए की बैठक में दिल्ली में कोविड-19 की स्थित की भी समीक्षा की जाएगी। व्यापारियों ने डीडीएमए से अपील की है कि सिर्फ कोविड-19 संक्रमण दर के आधार पर ही अंकुश नहीं लगाए जाएं।
राजधानी दिल्ली के व्यापारियों ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) से अपील की है कि सिर्फ कोविड-19 संक्रमण दर के आधार पर ही अंकुश नहीं लगाए जाएं। चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने डीडीएमए को लिखे पत्र में कहा है कि यदि जरूरत पड़े, तो सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य किया जा सकता है।
व्यापारियों के निकाय का यह अनुरोध डीडीएमए की महत्वपूर्ण बैठक से पहले आया है। बैठक में फेस मास्क के अनिवार्य इस्तेमाल और स्कूली बच्चों की पढ़ाई के लिए हाइब्रिड मॉडल (ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों) पर विचार किया जा सकता है। पिछले कुछ दिन में दिल्ली में संक्रमण के मामले बढ़े हैं। उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में होने वाली डीडीएमए की बैठक में राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की स्थित की भी समीक्षा की जाएगी। सीटीआई ने पत्र में कहा है कि दिल्ली में कोरोना वायरस पूरी तरह नियंत्रण में है और अभी और सख्त कदम उठाने की जरूरत नहीं है।
सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि संक्रमण के मामले बढ़ने की खबरों से कारोबारियों में डर का माहौल है। उन्होंने कहा कि अब शादी-विवाह आयोजन फिर शुरू हो गए हैं और कारोबार भी पटरी पर लौटने लगा है। किसी तरह के अंकुश लगाने का फैसला संक्रमण दर नहीं बल्कि अस्पताल में दाखिल होने की दर के हिसाब से किया जाना चाहिए। राजधानी में सोमवार को कोविड-19 संक्रमण के 501 नए मामले आए। संक्रमण की दर 7.72 प्रतिशत पर है। राजधानी में वायरस से किसी की मृत्यु नहीं हुई।