कंझावला केस में जानबूझकर अंजलि को कार से घसीटा गया... पुलिस की चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान
पुलिस कंझावला केस को लेकर 800 पन्ने की चार्जशीट दायर की थी। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सान्या दलाल ने इस चार्जशीट पर संज्ञान लिया है। कोर्ट ने मामले में आगे की सुनवाई के लिए अब 18 अप्रैल की तारीख तय की।
'कंझावला केस के आरोपियों ने अंजलि को जानबूझकर कई किलोमीटर तक कार से घसीटा। आरोपियों को यह बात पता था कि कार के नीचे कोई फंसा हुआ है। बावजूद, आरोपियों ने अंजलि की जान नहीं बचाई और उसे लंबी दूरी तक घसीटते रहे।' यह बात दिल्ली पुलिस ने 800 पन्ने की चार्जशीट दाखिल कर कही थी। कोर्ट ने अब इस चार्जशीट का संज्ञान लिया है।
दिल्ली पुलिस कंझावला केस को लेकर 800 पन्ने की चार्जशीट दायर की थी। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सान्या दलाल ने इस चार्जशीट पर संज्ञान लिया है। कोर्ट ने मामले में आगे की सुनवाई के लिए अब 18 अप्रैल की तारीख तय की है। पुलिस ने चार्जशीट में कुल चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने अमित, मनोज, कृष्ण और मिथुन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) लागू की है। यह लोग हादसे के वक्त कार के अंदर थे।
चार्जशीट में दिल्ली पुलिस ने कहा, आरोपियों को इस हादसे के बारे में जानकारी थी। एक्सीडेंट के बाद आरोपियों ने लगभग 500-600 मीटर के बाद कार को रोक दिया था। उसके बाद कार में तीन या चार आरोपी बाहर निकले। आरोपी यह चेक करने के लिए उतरे कि क्या अभी भी लड़की कार के नीचे फंसी हुई है। चार्जशीट में आगे कहा गया कि आरोपियों के पास लड़की की जान बचाने के लिए पर्याप्त समय था। लेकिन आरोपियों ने जानबूझकर लड़की को कई किलोमीटर तक घसीटा।
दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में कहा कि आरोपियों ने इस अपराध को दो हिस्सों में अंजाम दिया। पहले हिस्से में उन्होंने लड़की को कार से टक्कर मारी। और दूसरे हिस्से में कार के नीचे फंसने के बाद भी लड़की को कई किलोमीटर तक घसीटा। इन दो वजहों से अंजलि की मौत हो गई। दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि आरोपियों ने अंजलि को करीब 13 किलोमीटर तक कार से घसीटा।
चार्जशीट में पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, अंजलि के शरीर में कुल 40 जगहों पर चोटें आईं थीं। अंजलि की मौत सिर और रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के कारण सदमे और रक्तस्राव (hemorrhage) के कारण हुई थी। बता दें कि 31 दिसंबर 2022 की देर रात कार सवार युवकों ने अंजलि की स्कूटी को टक्कर मारी थी। इस हादसे में अंजलि कार के नीचे फंस गई थी। आरोपियों ने अंजलि को कई किलोमीटर तक घसीटा था। दिल्ली पुलिस ने 1 जनवरी को पांच आरोपियों अमित, दीपक, मनोज, कृष्ण और मिथुन को गिरफ्तार किया था, जबकि आरोपी आशुतोष को पुलिस ने 6 जनवरी को गिरफ्तार किया था। वहीं एक और आरोपी अंकुश ने 6 जनवरी की शाम पुलिस स्टेशन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।