चिंताजनक : कोरोना की फिर बेकाबू रफ्तार, दिल्ली में 1400 से नए केस; 15 माह बाद संक्रमण दर 30 फीसदी के पार
दिल्ली में कोरोना संक्रमितों के मिलने का सिलसिला जारी है। शनिवार को कोरोना के 1396 नए मरीज मिले। अप्रैल महीने में यह तीसरी बार है जब एक दिन में एक हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले हों।
दिल्ली में कोरोना संक्रमितों के मिलने का सिलसिला जारी है। शनिवार को कोरोना के 1396 नए मरीज मिले। अप्रैल महीने में यह तीसरी बार है जब एक दिन में एक हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले हों। वहीं, संक्रमण दर भी 31.9 फीसदी हो गई जोकि पिछले 15 महीनों में सबसे ज्यादा है।
24 घंटे में 4376 लोगों की हुई जांच : शनिवार को जारी कोविड-19 हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, एक मरीज की मौत कोविड के कारण हुई, जबकि चार मरीजों की मौत का प्राथमिक कारण कोविड नहीं था। हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में 4376 लोगों की जांच हुई।
कोरोना को लेकर अब तक 4,08,40,382 सैंपल की जांचें हो चुकी हैं। होम आइसोलेशन में 2977 मरीजों का इलाज जारी है, जबकि अस्पताल में कोरोना संक्रमित व संदिग्ध मरीज मिलाकर कुल 267 मरीज हैं।
बूस्टर डोज ने हल्के किए लक्षण
वहीं, दिल्ली में कोविड के मामले जरूर बढ़ रहे हैं, लेकिन मरीजों के बीच हल्के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। इस कारण अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की दर पहले की तुलना में काफी कम है। इसकी वजह डॉक्टर बूस्टर डोज को मान रहे हैं। हालांकि, गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीज बूस्टर डोज लगने के बाद भी अस्पताल में भर्ती हुए हैं।
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर पुलिन कुमार गुप्ता ने बताया कि पहले की तुलना में अस्पताल में कोविड मरीजों के भर्ती होने की दर कम है। मरीजों में बुखार, खांसी और गला खराब, दस्त जैसे सामान्य लक्षण सामने आ रहे हैं। सांस फूलने की शिकायत अब कम है।
जिन मरीजों को मधुमेह, किडनी, लिवर, कैंसर, दिल संबंधी दूसरी गंभीर बीमारियां हैं, उनको अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है। इसमें बूस्टर डोज लेने वाले मरीज भी शामिल हैं।