दिल्ली में बढ़ी कोरोना मरीजों की संख्या, बढ़ाई गई जीनोम जांच, एम्स ने बेड किए रिजर्व
Delhi Coronavirus Cases: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। इस बीच देश के सबसे मशहूर अस्पताल दिल्ली एम्स ने कोरोना मरीजों के लिए बेड रिजर्व कर दिए हैं।
राजधानी दिल्ली में सोमवार को कोरोना से संक्रमित तीन और मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही राजधानी में कोरोना से संक्रमित एक्टिव पेशेंट की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। हालांकि राजधानी दिल्ली में अभी बहुत कम जांच हो रही हैं। दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ पांच ही कोरोना संक्रमित भर्ती हैं, अन्य संक्रमित अपने घरों में आइसोलेशन में हैं। वहीं देश के सबसे मशहूर अस्पताल दिल्ली एम्स ने कोरोना मरीजों के लिए बेड रिजर्व कर दिए हैं। इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है।
बढ़ाई गई जीनोम जांच
सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड संक्रमण की दर 1 फीसदी है। लोगों को सर्दियों के त्योहारी सीजन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। नमूनों की जीनोम अनुक्रमण बढ़ा दी गई है। दिल्ली में हर दिन 400 नमूनों की जांच की जा रही है। नया जेएन.1 सब-वेरिएंट खतरनाक नहीं हैं, लेकिन लोगों को ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए और सावधानियों का पालन करना चाहिए। वहीं देश में जेएन.1 वैरिएंट के छह नए केस सामने आए। इसके साथ ही जेएन1 संक्रमितों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है।
जीनोम जांच के लिए भेजे गए सैंपल
दिल्ली सरकार ने कारोना वायरस संक्रमण की पुष्टि वाले नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए प्रयोगशालाओं में भेजे हैं। अब तक देश में कोरोना वायरस के जेएन.1 नामक वेरिएंट 63 मामले सामने आए, जिनमें से 34 मामले गोवा में हैं। महाराष्ट्र में नौ, कर्नाटक में आठ, केरल में छह, तमिलनाडु में चार और तेलंगाना में दो मामले इस वेरिएंट के सामने आए हैं। दिल्ली में हर दिन संक्रमण के औसतन 3-4 मामले सामने आ रहे हैं, जिसका मतलब है कि संक्रमण की दर एक प्रतिशत से कम है। संक्रमण की पुष्टि वाले नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा गया है।
एम्स ने कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किए बेड
देशभर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए राजधानी दिल्ली के एम्स ने एहतियात के तौर पर हर वार्ड में दो बिस्तर गंभीर कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संजीव ललवानी ने एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में लिखा है कि एम्स की इमरजेंसी में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी को देखते हुए वार्ड संख्या सी 6 में कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए बिस्तर तैयार किए जाने का निर्णय लिया गया है।
हर वार्ड से दो बिस्तर इमरजेंसी विभाग को
यही नहीं एम्स प्रशासन ने हर फ्लोर पर हर वार्ड से दो बिस्तर इमरजेंसी विभाग के नियंत्रण में देने की बात कही गई है। यहां कोरोना के संदिग्ध गंभीर मरीजों को रखा जा सकता है। इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों को आदेश दिया गया है कि वे अपने वार्ड से बेड संख्या एक और दो में भर्ती मरीजों को तुरंत दूसरी जगह भर्ती कर दें। इसके अलावा विभागाध्यक्षों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि वे अपने विभाग की हर इकाई में यह जरूर देखें कि किसी एक ही इकाई के डॉक्टरों के अंतर्गत आने वाले बिस्तर न खाली कराए जाएं।