सावधान! कोरोना ने बढ़ाई रफ्तार, दिल्ली में एक्टिव केस 10 दिन में ढाई गुना बढ़े
डॉक्टरों का कहना है कि अस्पतालों में भर्ती गंभीर मरीजों की संख्या में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है। 30 मार्च को कुल 932 एक्टिव केस थे। इसके बाद 9 अप्रैल तक इनकी संख्या बढ़कर ढाई हजार पहुंच गई है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी के एक्टिव केसों की संख्या दस दिन में ढाई गुना बढ़ी है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि अस्पतालों में भर्ती गंभीर मरीजों की संख्या में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है। 30 मार्च को कुल 932 एक्टिव केस थे। इसके बाद 9 अप्रैल तक इनकी संख्या बढ़कर ढाई हजार पहुंच गई है।
दिल्ली में संक्रमण बढ़ने के साथ अस्पतालों में भर्ती कोरोना पीड़ित मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। दिल्ली के अस्पतालों में पिछले 10 दिनों में भर्ती कोरोना के मरीज 66 से बढ़कर 151 हो गए हैं। 30 मार्च को दिल्ली में कुल 66 कोरोना संक्रमित भर्ती थे।
लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि भर्ती मरीजों में बुजुर्ग और पहले से गंभीर बीमार मरीज अधिक हैं, जिन्हें कोरोना की वजह से लक्षण भले ही गंभीर न हों, लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें रखा गया है। कुछ मरीजों को बुखार, बदन दर्द और डायरिया की शिकायत है। कुछ ही मरीज गंभीर हैं, कैंसर, किडनी फेल होने की वजह से डायलिसिस पर हैं या अन्य गंभीर दूसरी बीमारियां भी हैं।
एम्स के मेडिसिन विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने बताया कि लोगों द्वारा सावधानी बरतना जरूरी है। रविवार को चार कोरोना संक्रमितों की मौत हुई, लेकिन इनमें सिर्फ एक ही मरीज ऐसा था, जिसकी मौत की प्राथमिक वजह कोरोना संक्रमण माना गया, जबकि अन्य तीन संक्रमितों की दूसरी बीमारी की वजह से जान गई।
एक्टिव केसों का आंकड़ा
तारीख एक्टिव केस
9 अप्रैल 2460
8 अप्रैल 2321
7 अप्रैल 2331
6 अप्रैल 2060
5 अप्रैल 1795
30 मार्च 932
दिल्ली में कोविड-19 के 484 नए मामले, संक्रमण दर 26.58 प्रतिशत
दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 484 नए मामले दर्ज किए गए और संक्रमण दर 26.58 प्रतिशत दर्ज की गई, जिसका मतलब है कि हर चार में से एक व्यक्ति जांच में संक्रमित पाया गया। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, राजधानी में कोरोना वायरस से संक्रमित तीन और लोगों की मौत हो गई। बहरहाल, स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है कि इन मौतों की मुख्य वजह कोविड-19 नहीं था।