'धर्मांतरण' के ऑनलाइन गेम की IB करेगा जांच, गाजियाबाद से चंडीगढ़ तक चला डर्टी गेम
ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए नाबालिगों का धर्मांतरण करने वाले गिरोह के मामले की जांच अब आईबी करेगी। इसके अलावा गृह मंत्रालय ने गाजियाबाद पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए नाबालिगों का धर्मांतरण करने वाले गिरोह के खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि इनका जाल पूरे देश में फैला है। मामले में एक धर्मगुरु को गिरफ्तार किया गया है। आईबी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं गृह मंत्रालय ने गाजियाबाद पुलिस से इसकी विस्तृत जानकारी मांगी है। इसके अलावा पुलिस ने गिरोह के सरगना बद्दो को गिरफ्तार करने के लिए महाराष्ट्र में डेरा डाल दिया है।
सूत्रों के अनुसार गेमिंग एप के जरिए नाबालिगों के धर्मांतरण के मामले को केंद्र सरकार गंभीरता से ले रही है। गिरोह गाजियाबाद से लेकर चंडीगढ़ तक चार लड़कों का धर्म परिवर्तन करा चुका है। मामले का खुलासा तब हुआ जब एक पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनका 17 साल का लड़का जिम का बहाना बनाकर पांच बार की नमाज अदा करने जाता है।
30 मई को दर्ज हुई थी शिकायत
राजनगर निवासी उद्योगपति ने 30 मई को कविनगर थाने में अपने इकलौते नाबालिग बेटे का धर्म परिवर्तन कराने का केस दर्ज कराया था। आरोपियों के चंगुल में फंसा उनका बेटा जिम के बहाने संजयनगर सेक्टर-23 स्थित धर्मस्थल पर जाने लगा। वह बद्दो समेत गिरोह के अन्य लोगों से घंटों फोन पर बातें करता था। जांच में सामने आया कि संजयनगर स्थित धर्म स्थान के धर्मगुरु अब्दुल रहमान और मुंबई निवासी बद्दो इस गिरोह के सदस्य हैं। उसने गाजियाबाद के दो, फरीदाबाद और चंडीगढ़ के एक-एक नाबालिग का धर्म परिवर्तन कराने की पुष्टि की। बद्दो की गिरफ्तारी के लिए गाजियाबाद पुलिस मुंबई में दबिश दे रही है।
धर्मांतरण में फरीदाबाद के युवक का भी नाम
गाजियाबाद के कविनगर में हाल सामने आए धर्मांतरण मामले में फरीदाबाद का एक युवक भी संलिप्त पाया गया है। गाजियाबाद पुलिस की टीम फरीदाबाद के सैनिक कॉलोनी स्थित युवक के घर भी पहुंची। इंस्पेक्टर आंनद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि सैनिक कॉलोनी में रहने वाले सक्षम छाबड़ा के भी धर्मांतरण की सूचना मिली थी। जिसके बाद टीम परिवार से मिलने के लिए पहुंची थी। हालांकि परिवार ने इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं दी।
शपथपत्र पर हस्ताक्षर कराए
गिरोह ने संजयनगर सेक्टर-23 में रहने वाले एक और किशोर का धर्म परिवर्तन कराया था। उस किशोर के पिता बचपन में गुजर गए थे, जबकि मां कोरोना काल में चल बसी। इसके बाद वह आरोपी धर्मगुरु के संपर्क में आया और उसने किशोर का धर्म परिवर्तन करा दिया। आरोपी ने धर्म परिवर्तन कराने के बाद 12 मई को इस नाबालिग से एक शपथ-पत्र पर जबरन हस्ताक्षर करा लिए, जिसमें उससे लिखवाया था कि वह अपनी मर्जी से अपना धर्म बदल रहा है।