मेयर चुनाव में बेइमानी की हो रही साजिश, बोले सौरभ - मुझसे छिपा फाइल एलजी को भेजा
सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'जो मौजूदा मेयर होता है, यानी जो शैली ओबेरॉय हैं वो चुनाव कराती हैं और यहीं बरसों की परंपरा है। लेकिन चोरी-छिपे फाइल चुनी हुई सरकार को दिखाए बिना एलजी को भेजा गया।'
दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव को लेकर फाइनल तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है। अभी इस बात की उम्मीद है कि 26 अप्रैल को यह चुनाव हो सकते हैं। इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आशंका जताई है कि इस चुनाव में बेइमानी हो सकती है। इसके साथ ही सौरभ भारद्वाज ने यह भी कहा कि इस चुनाव में बीजेपी पार्षद को पीठासीन अधिकारी चुनने की साजिश चल रही है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'चंडीगढ़ मेयर चुनाव में सभी ने देखा कि जो पीठासीन अधिकारी चुनाव कराता है उसने किस तरीके से बेइमानी कर बीजेपी को जिताया। नियम यह है कि यहां पीठासीन अधिकारी को चुनने की फाइल संबंधित मंत्री के जरिए ऊपर भेजी जाती है। जो मौजूदा मेयर होता है, यानी जो शैली ओबेरॉय हैं वो चुनाव कराती हैं और यहीं बरसों की परंपरा है। लेकिन चोरी-छिपे फाइल चुनी हुई सरकार को दिखाए बिना एलजी को भेजा गया।'
सौरभ भारद्वाज नेे आगे कहा, 'इसके बाद अब मुझे ऐसा लगता है कि अब बीजेपी के किसी पार्षद को पीठासीन अधिकारी बनाने की साजिश हो चुकी है। उसके जरिए चुनाव में बेइमानी करने की साजिश भी हुई है। वरना ऐसा कोई कारण नहीं है कि चुनी हुई सरकार से छिपा कर पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति एलजी द्वारा कराई जाए। ये गलत है। मैंने इसे लेकर एलजी को पत्र लिखा था कि आप यह फाइल वापस करें।'
दिल्ली की मौजूदा मेयर शैली ओबेरॉय ने मंगलवार को बताया था कि मेयर और डिप्टी मेयर के लिए चुनाव 26 अप्रैल को होंगे। देश में चुनाव आचार संहिता लागू है। इसे देखते हुए चुनाव आय़ोग को चिट्ठी लिख इजाजत मांगी गई है कि वो 26 अप्रैल को दिल्ली में चुनाव कराने की अनुमति दें।