लॉकडाउन के चलते दिल्ली में खट्टे फलों के दाम 60 फीसदी तक बढ़े
कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के चलते खट्टे फलों के दाम में बढ़ोतरी का दौर जारी है। इस दौरान खट्टे फलों की मांग भी बढ़ी है। आलम यह है कि एक माह में ही फलों में दाम में 60...
कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के चलते खट्टे फलों के दाम में बढ़ोतरी का दौर जारी है। इस दौरान खट्टे फलों की मांग भी बढ़ी है। आलम यह है कि एक माह में ही फलों में दाम में 60 फीसदी तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच विटामिन सी के प्रमुख स्रोतों के तौर पर खट्टे फलों की मांग में बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल भी कोरोना काल में खट्टे फलों की मांग इसी तरह मांग बढ़ी थी। आजादपुर मंडी समिति के अध्यक्ष आदिल अहमद खान के मुताबिक, इस बार घोषित बंदी के दौरान खट्टे फलों की मांग अधिक है।
नारियल दोगुने भाव बिक रहा
कोरोना से बचाव के लिए प्रमुख पेय के तौर पर नारियल पानी का उपयोग बढ़ा है। ऐसे में नारियल पानी के दामों में बढ़ोतरी जारी है। आलम यह है कि मार्च की तुलना में दिल्ली के फुटकर बाजारों में नारियल पानी दोगुने भाव में मिल रहा है। इसके तहत नारियल पानी 80 रुपये तक पहुंच गया है। आजादपुर मंडी समिति अध्यक्ष आदिल अहमद खान के मुताबिक, मंडी में नारियल के भाव 10 से 15 प्रति नारियल बढ़े हैं, लेकिन फुटकर बाजारों में दोगुने दामों में बेचा जा रहा है।
आजादपुर मंडी में आवक सामान्य
कोरोना से बचाव के तहत घोषित बंदी में आजादपुर मंडी में फल-सब्जी की आवक सामान्य बनी हुई है। मंडी में 10 से 12 हजार टन की आवक को सामान्य माना जाता है। मंडी समिति अध्यक्ष आदिल अहमद खान के मुताबिक, मंडी सुचारू रूप से संचालित हो रही है। शनिवार को 11276 टन आवक हुई है। इसमें से 6381 फल और 4955 टन सब्जी की आवक हुई है। इस पूरे सप्ताह आवक करीब ऐसी ही रही है। हालांकि फलों, खासकर खट्टे फलों की मांग बढ़ने से इसके भाव में तेजी आई है। सब्जियों के भाव स्थिर बने हुए हैं।
केशोपुर और गाजीपुर मंडी में पटरी पर लौटने लगा कारोबार
दिल्ली में घोषित बंदी के बाद जहां केशोपुर और गाजीपुर मंडी में आवक तो सामान्य बनी हुई थी, लेकिन ग्राहकों की कमी के चलते कारोबार बेपटरी हो चला था। अब कारोबार पटरी पर लौटने लगा है। केशोपुर मंडी के अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा के मुताबिक, मंडी में आवक शुरू से ही सामान्य बनी हुई है, लेकिन बीते दिनों बंदी की वजह से ग्राहक कम होने के चलते 20 फीसदी तक माल बच रहा था। अब स्थितियां सामान्य हो गई हैं और मंडी में सुचारू रूप से काम हो रहा है। वहीं, गाजीपुर मंडी समिति के एक पदाधिकारी के मुताबिक, आवक सामान्य होने के साथ ही कारोबार भी पटरी पर लौट रहा है। बंदी के शुरुआती दिनों में माल बचने की समस्या हुई थी, अब कारोबार सुचारू है।