रेमो डिसूजा और उनकी पत्नी के खिलाफ चार्जशीट पेश, 5 करोड़ की धोखाधड़ी से जुड़ा है केस
फिल्म में कमाई कराने के बहाने करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में मशहूर कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र पेश किया गया है। पुलिस ने आरोप पत्र में कोरियोग्राफर की पत्नी लिजेल डिसूजा को...
फिल्म में कमाई कराने के बहाने करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में मशहूर कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र पेश किया गया है। पुलिस ने आरोप पत्र में कोरियोग्राफर की पत्नी लिजेल डिसूजा को भी आरोपी बनाया है। अदालत में अभी आरोप पत्र पर संज्ञान नहीं लिया है। इससे डिसूजा दंपति की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
पीड़ित सतेंद्र त्यागी मोरटा के रहने वाले हैं। उनके वकील मोहनीश जयंत ने बताया कि कोरियोग्राफर रेमो और सतेंद्र त्यागी दोनों में दोस्ती थी। रेमो कई बार उनके घर भी आए थे। इसी सिलसिले में रेमो ने सतेंद्र त्यागी से फिल्म उद्योग में पैसा लगाकर मोटी कमाई कराने का आश्वासन दिया था। रेमो के कहने पर सतेंद्र त्यागी ने करीब सात वर्ष पहले पांच करोड़ रुपये लगा दिए, लेकिन बाद में रेमो ने धोखाधड़ी करके रुपये देने से इनकार कर दिया था, तब सतेंद्र ने करोड़ों की ठगी करने के मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए अदालत में अर्जी दाखिल की थी। अदालत के आदेश पर ही सिहानीगेट थाने में रेमो डिसूजा के खिलाफ मुकदमा हुआ था। पुलिस ने विवेचना पूरी होने पर दो दिन पहले रेमो डिसूजा और उसकी पत्नी को आरोपी बनाकर आरोप पत्र दाखिल किया है।
‘अमर मस्ट डाई’ के नाम पर धोखा
रेमो ने वर्ष 2013 में ‘अमर मस्ट डाई’ नाम से फिल्म निर्माण किया था। आरोप है कि रेमो ने सतेंद्र को अभिनेत्री जरीन खान अभिनीत फिल्म ‘अमर मस्ट डाई’ के निर्माण में पांच करोड़ का खर्चा बताया। सतेंद्र ने मोटी कमाई के लालच में पूरा पैसा लगा दिया। वकील ने बताया कि तब रेमो ने साल भर में दोगुना पैसा वापस करने का वादा किया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दो साल बाद भी रेमो ने रुपये नहीं लौटाए। कई बार तकादा करने के बाद भी वह मुकर गए। इसके बाद सतेंद्र ने मुकदमा कराया। अदालत से कई समन व वारंट जारी होने के बाद भी रेमो अदालत में हाजिर नहीं हुए, तब गत वर्ष अदालत से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। पिछले साल कोर्ट ने रेमो के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करते हुए गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। इसके बाद रेमो ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल कर दी थी।