गुरुग्राम : दिव्यांग श्रेणी में लावण्या ने किया टॉप तो ह्यूमैनिटीज में आकृति ने मारी बाजी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की परीक्षा के नतीजे गुरुवार को आ गए जिसमें एक बार फिर लड़कियों ने बाजी मार ली है। गुरुग्राम की लावण्या बालाकृष्णन ने जहां ह्यूमैनिटी से...
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की परीक्षा के नतीजे गुरुवार को आ गए जिसमें एक बार फिर लड़कियों ने बाजी मार ली है। गुरुग्राम की लावण्या बालाकृष्णन ने जहां ह्यूमैनिटी से दिव्यांग श्रेणी में टॉप किया है। वहीं, गुरुग्राम की ही आकृति किरण ने ह्यूमैनिटीज वर्ग में टॉप कर अपने माता-पिता और टीचर्स का नाम रोशन किया है।
गुरुग्राम के हेरिटेज स्कूल की छात्रा लावण्या बालकृष्ण को 489 अंक मिले हैं। लावण्या बालाकृष्णन ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपनी मां जया बालाकृष्णन को दिया है। बकौल लावण्या, माँ ने उसे टॉपर होने की सूचना दी तो उसे विश्वास नहीं हुआ। लेकिन जब रिजल्ट देखा तो माँ को गले लगा लिया।
लावण्या ने 12वीं में 97.3 फीसदी अंक हासिल किए हैं। उसे अंग्रेजी 92, राजनीति विज्ञान में 100, सामाजिक विज्ञान में 99, गृह विज्ञान में 99 और चित्रकारी में 99 अंक मिले हैं।
लावण्या सुनने में असमर्थ हैं। उसने सामान्य दिनों में 6 घंटे और परीक्षा के दिनों में 12 घंटे तक पढ़ाई की है। डिजाइनिंग के क्षेत्र में जाने की इच्छा रखने वाली लावण्या ने बाकी छात्रों को सतत पढ़ाई का संदेश दिया।
आईएएस बनना चाहती हैं आकृति किरण
वहीं, गुरुग्राम सेक्टर-46 स्थित एमिटी स्कूल में पढ़ाई कर ह्यूमैनिटीज वर्ग में टॉपर रही आकृति किरण आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं। आकृति ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपनी कोआर्डिनेटर मनीषा खन्ना और बाकी शिक्षकों को दिया है। आकृति ने कुल 99.2 फीसदी अंक हासिल किए हैं। उसे अंग्रेजी में 98, राजनीति विज्ञान में 99, इतिहास में 100, चित्रकारी में 100, अर्थशास्त्र में 99 अंक मिले हैं। आकृति की सफलता का मूल मंत्र सतत पढ़ाई और किसी भी तरह के डाउट का तुरंत निस्तारण है।
गौरतलब है कि सीबीएसई की अध्य्क्ष अनिता करवाल ने गुरुवार को रिजल्ट की घोषणी की। सीबीएसई के इतिहास में पहली बार 28 दिन के भीतर नतीजे घोषित किए गए हैं जो एक रिकॉर्ड है। अंतिम परीक्षा चार अप्रैल को खत्म हुई थी। इस बार कुल रिजल्ट 83.4 प्रतिशत रहा। अनंतपुरम क्षेत्र 98.4 प्रतिशत के साथ टॉप पर है, जबकि दिल्ली तीसरे स्थान पर है।