स्मार्ट सिटी में सांसों पर संकट, फरीदाबाद में प्रदूषण नियंत्रण उपायों की निगरानी करेंगे केंद्र के अफसर
स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार गंभीर है। इसकी रोकथाम के लिए केंद्र सरकार नगर निगम को हर साल बजट भी जारी कर रही है। इसके बावजूद अपेक्षित परिणाम नहीं मिल रहे हैं।
स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार गंभीर है। इसकी रोकथाम के लिए केंद्र सरकार नगर निगम को हर साल बजट भी जारी कर रही है। इसके बावजूद अपेक्षित परिणाम नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में अब केंद्र सरकार का एक विशेष अधिकारी नगर निगम में तैनात होगा, जो बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपायों को सख्ती से लागू करवाएंगे। साथ ही विभिन्न इलाकों में बढ़ते प्रदूषण के कारकों का अध्ययन भी कर सकेंगे।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत इस वर्ष निगम ने करीब 85 करोड़ रुपये की एक कार्ययोजना तैयार की थी, लेकिन वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने इस पर नाराजगी जताते हुए और गंभीरता से काम करने को कहा। केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी की आबोहवा स्वच्छ करने के लिए निगम को करीब 19 करोड़ रुपये का बजट दिया। इसमें करीब पांच करोड़ से शहर के विभिन्न इलाकों में पौधरोपण किया जाना चाहिए था, जबकि छह करोड़ से सड़कों की मरम्मत और दो करोड़ से एंटी स्मॉग गन व प्यूरीफायर जैसे उपकरणों की खरीद पर खर्च किए जाएंगे। कुछ रकम एक स्टडी के लिए खर्च होना था, लेकिन इस पर कोई बेहतर कार्य नहीं किया गया।
डेढ़ लाख पौधों का रखरखाव किया जाएगा
विशेषज्ञों के मुताबिक, पेड़-पौधे वातावरण को शुद्ध करने का काम करते हैं। देवदार और साइप्रस जैसे पेड़ अच्छे एयर प्यूरीफायर का काम करते हैं। इनकी पत्तियों में पीएम-2.5 के जहरीले तत्वों की सोखने की क्षमता सबसे अधिक होती है। निगम ने कुछ जगहों पर पौधारोपण किया और कुछ इस वर्ष भी करेगा। इन पौधों का रखरखाव होना जरूरी है। नगर निगम ने चार हॉट स्पॉट डीएलएफ, सेक्टर-48, सेक्टर-50 और बल्लभगढ़ में ऑक्सीवन तैयार करने की योजना बनाई थी। इस पर काम किया जाएगा।
मशीनों से की जाएगी सफाई
निगम के मुताबिक, सड़कों की सफाई छह स्वीपिंग मशीनें रात में करेंगी। इससे सड़कों से उड़ती धूल को नियंत्रित किया जा सकेगा। फिलहाल छह स्वीपिंग मशीन हैं, इन्हें और बढ़ाया जाएगा
फरीदाबाद में पांच दिनों का वायु गुणवत्ता सूचकांक
तारीख एक्यूआई
17 दिसंबर 275
18 दिसंबर 240
19 दिसंबर 206
20 दिसंबर 228
21 दिसंबर 238
-बीरेंद्र कर्दम, मुख्य अभियंता, नगर निगम, ''वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार के एक अधिकारी अब जिले में बैठेंगे। वह प्रदूषण के कारकों का पता लगाएंगे और प्रदूषण नियंत्रण रोकने के लिए अधिकारियों का मार्ग दर्शन करेंगे।''