दंगा झेल चुके नूंह में क्या रहा BJP का हाल, मेवात में किसकी बनी बात
भाजपा सरकार एक दशक से मेवात में अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए सक्रिय रही। हालांकि, अब भी मेवात के लोगों के लिए कांग्रेस पार्टी ही पहली पसंद है। दंगा झेल चुके नूंह में भी भाजपा पिछड़ी रही।
भाजपा सरकार एक दशक से मेवात में अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए सक्रिय रही। हालांकि, अब भी मेवात के लोगों के लिए कांग्रेस पार्टी ही पहली पसंद है। बबीते एक दशक में भाजपा की डबल इंजन सरकार ने मेवात में 5500 करोड़ रुपए के विकास कार्य कराने की बात कही थी। इसके बावजूद वोट प्रतिशत बढ़ने की बजाय इस चुनाव में कम हो गए। करीब एक साल पहले सांप्रदायिक हिंसा झेल चुके नूंह में भी भाजपा की स्थिति अच्छी नहीं रही।
मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वय मुकेश वशिष्ठ ने बताया कि मेवात में दशा और सोच बदलने के लिए भाजपा सरकार ने 5500 करोड़ रुपए के विकास करवाए। शिक्षा को मजबूत करने के लिए 22 स्कूलों को बढ़ाकर 117 स्कूल बनाए गए। इसके अलावा आयुष्मान योनजा का पहहली बार फायदा मिलने के साथ-साथ नए हाईवे और सड़कें बनवाईं। उन्होंने बताया कि वह मेवात के हर गांव के सरपंच से मिलने के साथ-साथ 41 मस्जिदों और 25 से ज्यादा मदरसों में जाकर स्थिति को जाना, लेकिन भाजपा इस बार भी मेवात में कांग्रेस को मात नहीं दे सकी।
हालांकि, आंकड़ों की बात करें तो बीते चुनाव में भाजपा ने 96 बूथों पर जीत दर्ज की थी जो इस बार बढ़ाकर सौ के आंकड़े तक पहुंच गया। 18वीं लोकसभा में भाजपा को मेवात की तीन विधानसभाओं से 71 हजार 939 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस को तीन लाख 30 हाजर 373 वोट मिले। खास बात यह रही कि नूंह में भाजपा को बीते चुनाव के मुकाबले इस बार 8 हजार 830 वोट कम मिले ऐसे में साफ है कि कांग्रेस अब भी वहां के लोगों की पहली पसंद बनी हुई है।
नूंह विधानसभा में उम्मीद से कम मत मिलने से भाजपा को निराशा हाथ लगी
गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र नूंह विधानसभा क्षेत्र की मंगलवार सुबह मतों की गिनती शुरू होते ही कांग्रेस प्रत्याशी को सबसे अधिक मत मिले। यहां पर भाजपा के मतगणना एजेंट पर चेहर मुरझाने लगा था। जो उम्मीद थी उससे भी कम मत मिलने से निराशा मिली। हर राउंड में कांग्रेस को अधिक मत निकल रहे थे। दोपहर बाद मतों की संख्या होने लगी है। जिससे भाजपा प्रत्याशी की मुश्किले कम नहीं हो रही थी। सुबह से शाम चले मतों की गिनती में नूंह क्षेत्र में राज बब्बर को 98070 मिले और राव इंद्रजीत सिंह को 30568 मिले। कांग्रेस प्रत्याशी यहां से 67502 मत अधिक मिले। यहां भाजपा को निराशा मिली।