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बिट्टू बजरंगी पर कसा शिकंजा, इस शर्त पर मिली जमानत; लाइसेंस पर तीन दिन में दें जवाब वरना होगा एक्शन

नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। युवक को पीटने के मामले में गिरफ्तार होने के बाद सोमवार को उसे थाने से ही जमानत मिल गई, लेकिन पुलिस ने उससे एक हलफनामा लिखवाया।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, फरीदाबादWed, 10 April 2024 09:39 AM
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नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी पर फरीदाबाद पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। उसे जारी शस्त्र लाइसेंस को रद्द करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उससे पूछा गया है कि आत्म सुरक्षा के लिए उसे दिया गया शस्त्र लाइसेंस क्यों न रद्द कर दिया जाए। अधिकारियों का कहना है कि दो से तीन दिन में संतुष्ट जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी और लाइसेंस को रद्द कर दिया जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गौरतलब है कि नंगला एंक्लेव में लाठी से युवक को पीटने और उसकी वीडियो बनाकर व्हाट्सऐप पर स्टे्टस लगाने के आरोप में सारन थाना की पुलिस ने रविवार रात बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया था। हालांकि सोमवार को उसे थाने से ही जमानत मिल गई थी, लेकिन जमानत देते समय पुलिस ने उससे एक हलफनामा लिखवाया था। इसमें उसने किसी प्रकार का बवाल आदि नहीं करने संबंधित पुलिस को आश्वासन दिया था। सारन थाना के प्रभारी संग्राम दहिया ने बताया था कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर थाना और पवर्तीया कॉलोनी चौकी की टीम बिट्टू बजरंगी पर नजर रखेगी। किसी प्रकार की अप्रिय हरकत पाने पर उसे गिरफ्तार किया जा सकेगा। 

वहीं उसकी सुरक्षा में तैनात गन मैन के खिलाफ विभागीय कार्रवाई और बर्खास्त करने की सिफारिश उच्चाधिकारियों से की गई है। सूत्रों की मानें तो उसपर भी अधिकारियों द्वारा समीक्षा की जा रही है। इसके अलावा भाई महेश पांचाल की मौत के बाद मिली सुरक्षा को वापस लिए जाने पर मंथन किया जा रहा है। थाना, चौकी के अलावा साइबर की टीम बिट्टू बजरंगी के सोशल मीडिया एकाउंट्स की लगातार जांच कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि वीडियो में युवक को पीटने वाले अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

14 अप्रैल को रैली निकालने की योजना

जानकारी के अनुसार पुलिस की सख्ती के बीच बिट्टू बजरंगी 14 अप्रैल को रैली निकालने की योजना बना रहा है। वह इसकी तैयारी कर रहा है। उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट अपलोड करने के साथ जगह-जगह बैनर-पोस्टर चिपका रहा है। इससे पुलिस की चिंता बढ़ गई है। अधिकारियों का कहना है कि रैली आयोजित करने की अभी अनुमति नहीं दी गई है। बिना अनुमति रैली आयोजित करने पर कार्रवाई की जाएगी।

यातायात पर पड़ सकता है असर

पुलिस के अनुसार 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती और बैसाखी भी है। इस दिन अलग-अलग संस्था के लोग रैली व जुलूस निकालेंगे। बिट्टू के खिलाफ पहले से ही एक उद्यमी की शिकायत पर मामला दर्ज है। ऐसे में अगर बिट्टू बजरंगी रैली आयोजित करता है तो इससे यातायात व्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ सकता है।

इसलिए बढ़ी पुलिस की चिंता

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आचार संहिता लगी है। ऐसे में बिट्टू अगर रैली निकालता है तो इससे सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ सकता है, क्योंकि 14 मार्च को त्योहार भी है। उधर, बिट्टू बजरंगी धार्मिक रैली में लोगों से जुड़ने की अपील कर रहा है। पुलिस मानना है कि इससे शहर में शांति-व्यवस्था भंग हो सकती है।

इस मामले में हुआ था बिट्टू गिरफ्तार

दो अप्रैल की रात संजय एंक्लेव नजदीक बाबा मंडी निवासी पीड़ित श्यामु ने पर्वतीय कॉलोनी चौकी को दी शिकायत में कहा था कि वह विनोद के मकान में बतौर किराएदार रहता है। एक अप्रैल को वह अपने साथ मोहल्ले में रहने वाली एक नाबालिग लड़की को चॉकलेट दिलाने ले जा रहा था। कुछ लोगों ने उसे गलत समझकर पकड़ लिया। वे लोग श्यामू को बिट्टू बजरंगी के पास ले गए। बिट्टू बजरंगी ने बिना कुछ पूछे लोगों के कहने पर दूसरे समुदाय का समझकर मारपीट की और उसका वीडियो बनाकर अपने व्हाट्सऐप स्टेट्स पर लगाया। पुलिस इस मामले में बिट्टू को रविवार को गिरफ्तार किया था।

फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता सूबे सिंह ने कहा, 'बिट्टू बजरंगी मामले में जांच की जा रही है। उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। शस्त्रत्त् लाइसेंस रद्द करने को लेकर बिट्टू बजरंगी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।'

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