रात में चोरी-छिपे प्रेमिका से मिलने पहुंचा प्रेमी, परिजनों को लगी भनक; भाई-दोस्तों ने पीट-पीटकर मार डाला
एक प्रेमी रात में अपने दोस्त के साथ प्रेमिका से मिलने उसके गांव पहुंचा। लड़की के परिजनों ने दोनों को बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया। अस्पताल में प्रेमी की मौत हो गई। वह सात बहनों का इकलौता भाई था।
ग्रेटर नोएडा के दनकौर क्षेत्र के पीपलका गांव में मंगलवार रात प्रेमिका से मिलने पहुंचे युवक और उसके दोस्त को लड़की के परिजनों ने बुरी तरह पीटा। अस्पताल में इलाज के दौरान प्रेमी की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल दोस्त का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अस्तौली गांव निवासी 20 वर्षीय कमल का पीपलका गांव निवासी रिश्तेदार युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती के परिजन इसका विरोध कर रहे थे।
कमल मंगलवार को युवती से मिलने अपने दोस्त के साथ पीपलका गांव गया। इसी दौरान प्रेमिका के परिजनों और भाई के दोस्तों ने एकजुट होकर दोनों दोस्तों पर हमला कर दिया और उन्हें पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। सूचना मिलने पर पहुंचे परिजन घायल अवस्था में दोनों युवकों को लेकर दनकौर कोतवाली पहुंचे। इसके बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान कमल की मौत हो गई। परिजनों और पुलिस ने बताया कि कमल और उसके दोस्त के शरीर पर अंदरूनी और गुम चोटों के अनगिनत निशान थे।
कमल के प्राइवेट पार्ट पर भी चोट थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या का कारण रक्तस्राव और आंतरिक चोट बताया गया है। इस मामले में कमल के चचेरे भाई नरेंद्र कुमार ने दनकौर कोतवाली में छह नामजद और छह अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने इस मामले में पीपलका गांव के सुमित, दादूपुर गांव के बॉबी और नवादा गांव के सोबीन को गिरफ्तार किया। पुलिस ने तीन युवकों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
बीए की पढ़ाई कर रहा था कमल
सात बहनों का इकलौता भाई था। वह परिवार में सबसे छोटा था। बचपन में ही पिता जयपाल की मौत हो गई थी। कमल ने इसी वर्ष इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उसने बिलासपुर के एक डिग्री कॉलेज में बीए में दाखिला भी लिया था। वह बिलासपुर कस्बे के जिम में नियमित शारीरिक अभ्यास भी करता था।
परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूटा
इस घटना के बाद मृतक कमल के परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। मृतक के परिजनों को सांत्वना देने और ढांढस बंधाने वालों का गांव में तांता लगा हुआ है। घटना के बाद से मां शिमला और सातों बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार
अस्तौली गांव में बुधवार सुबह 900 बजे ही पुलिस बल और हजारों ग्रामीणों की उपस्थिति के बीच कमल का अंतिम संस्कार किया गया।
सुनियोजित ढंग से घटना को अंजाम देने का शक
इस घटना में कई गांव के युवक शामिल रहे, जिससे लगता है कि इस वारदात को सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया गया। कमल अपनी प्रेमिका से मिलने गया था या प्रेमिका ने फोन करके प्रेमी को गांव में बुलाया, पुलिस इसकी कॉल डिटेल के आधार पर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि अचानक हुई घटना में कई गांव के हमलावर शामिल नहीं हो सकते।
युवती की कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस
पुलिस ने कमल, उसके दोस्त और उसकी प्रेमिका की फोन कॉल की डिटेल खगालनी शुरू कर दी है। हत्यारों की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। पीपलका गांव में आरोपी पक्ष के घर और आसपास के लोग फरार हैं। पुलिस सभी हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।
समय पर मिल जाता उपचार तो बच सकती थी जान
पुलिस ने बताया कि परिजन दोनों घायलों को शाम 500 बजे कोतवाली लेकर आए थे। इसके बाद कई अस्पतालों में उपचार करने के लिए चक्कर लगाते रहे। इस दौरान अंदरूनी चोट और रक्तस्राव के कारण काफी देर हो चुकी थी। यदि सही समय पर कमल का ऑपरेशन हो जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। गांव और अस्पताल में पुलिस तैनात इस घटना के बाद पीपलका, अस्तौली गांव और यथार्थ अस्पताल में एहतियात पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस इस मामले में शामिल रहे अन्य हत्यारों की तलाश कर रही है। इसके लिए कई टीम गठित की गई है।