ब्राह्मण के रहने तक कोई माई का लाल सनातन का कुछ नहीं बिगाड़ सकता, परोपकार यज्ञ में गूंजा स्वर
ब्राह्मण जब तक सशक्त है, तब तक कोई माई का लाल सनातन का कुछ नहीं बिगाड़ सकता। राक्षस तो हमेशा से थे, कभी शुंभ-निशुंभ ने सनातन का विरोध किया था और मारे गए थे। ऐसे लोग अब भी मौजूद हैं।
ब्राह्मण जब तक सशक्त है, तब तक कोई माई का लाल सनातन का कुछ नहीं बिगाड़ सकता। राक्षस तो हमेशा से थे, कभी शुंभ-निशुंभ ने सनातन का विरोध किया था और मारे गए थे। ऐसे लोग अब भी मौजूद हैं। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की ओर से आयोजित परोपकार यज्ञ को संबोधित करते हुए साहिबाबाद के विधायक सुनील शर्मा ने यह बात कही। भाजपा विधायक ने कहा कि यदि ब्राह्मण ही अपनी राह से भटक गए तो फिर समाज भी पतित हो जाएगा। इसलिए जरूरी है कि ब्राह्मण अपने संस्कारों पर कायम रहे और उससे ही सनातन धर्म को भी मजबूती मिलेगी।
पंडित जयनंद शर्मा की ओर से आयोजित परोपकार यज्ञ में ब्राह्मण सभा के प्रदेश अध्यक्ष पीताम्बर शर्मा भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि यह ब्राह्मणों को आज कोई भी कुछ कह जाता है तो इसकी वजह यह है कि वह सहिष्णु है। उन्होंने कहा कि हम भले ही अपने सहनशीलता के गुण को न त्यागें, लेकिन एकता जरूरी है। यदि हम एक न रहे तो फिर संकट की स्थिति पैदा होगी। वहीं कार्यक्रम के संयोजक पंडित जयनंद शर्मा की भी उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि वह प्रतिवर्ष परोपकार यज्ञ करते हैं, जिसमें विधवा महिलाओं को सिलाई मशीन दान करके मदद करते हैं। ऐसा कार्य पूरे समाज के लिए प्रेरणा है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे पंडित जेके गौड़ ने कहा कि जयनंद शर्मा बधाई के पात्र हैं, जो बीते ढाई दशकों से ऐसा आयोजन कर रहे हैं। हम कोशिश करेंगे कि सदा उनके साथ रहें और ऐसे आयोजनों को सफल बनाने के प्रयत्न करें। नगर निगम के पूर्व पार्षद जयनंद शर्मा ने भी संकल्प व्यक्त किया कि आगे भी ब्राह्मण समाज के उत्थान के लिए प्रयत्नशील रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपनी नानी सोनी देवी जी की स्मृति में ब्राह्मण महिलाओं की मदद के लिए आयोजन करता हूं। कार्यक्रम का संचालन वाई. पी शर्मा ने किया। इसके अलावा संयोजन समिति में पंडित रामानंद शर्मा, पीएम शर्मा आदि शामिल रहे।
गाजियाबाद के कई गणमान्य लोगों के अलावा आसपास के जिलों मेरठ, गौतमबुद्धनगर आदि से भी ब्राह्मण समाज के लोग उपस्थित थे। ब्राह्मण समाज के कई वरिष्ठ नेता भी इस दौरान मौजूद रहे, जिनमें शिवकुमार शर्मा, जितेंद्र त्रिवेदी, राजू त्रिपाठी, त्रिलोकचंद शर्मा और गणेश दत्त शर्मा आदि उपस्थित रहे।