अन्ना हजारे को अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी नहीं, इस बात का है दुख; क्या बोले
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर समाजसेवी अन्ना हजारे की पहली प्रतिक्रिया आ गई है। अन्ना हजारे ने कहा है कि उन्हें केजरीवाल को लेकर कोई दुख नहीं है और सलाह नहीं देंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर समाजसेवी अन्ना हजारे की पहली प्रतिक्रिया आ गई है। अन्ना हजारे ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को उनके कर्मों का फल बताया है। अन्ना हजारे ने यह भी याद किया कि कभी केजरीवाल उनके साथ शराब के खिलाफ आवाज उठाते थे। अन्ना ने इस बात का दुख जाहिर किया कि जो कभी उनके साथ शराब के खिलाफ काम करते थे वह शराब नीति बनाने लगे।
महाराष्ट्र में अपने गांव रालेगण सिद्धि से एक बयान जारी करते हुए हजारे ने कहा, 'मुझे बहुत दुख हुआ कि अरविंद केजरीवाल जैसा आदमी जो मेरे साथ काम करता था। शराब के बारे में हम लोगों ने आवाज उठाई थी, वह आज शराब नीति बना रहा है। इसका मुझे दुख हुआ। लेकिन करेगा क्या, सत्ता के सामने कुछ नहीं चलता। आखिर उसको जो गिरफ्तार किया गया वह उनकी कृति से हुआ। हम यह बातें नहीं करते तो गिरफ्तारी का प्रश्न नहीं होता। जो हुआ है वह कानूनी के तौर पर जो होगा वह होगा, वह सरकार देखेगी। वह सोचेगी।'
अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ छेड़ी थी जंग
गौरतलब है कि साल 2011 में अन्ना हजारे ने भ्रष्टचार के खिलाफ जंग छेड़ी थी और केजरीवाल इस जंग में उनके साथ डट कर खड़े रहे। अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर लोकपाल विधेयक को लागू करने की मांग करते हुए इंडिया अगेंस्ट करप्शन ग्रुप (IAC) का गठन भी किया था। इस मांग को लेकर वह राम लीला मैदान में भूख हड़ताल पर बैठे थे। उस वक्त यह आंदोलन 28 अगस्त तक चला। उस समय अरविंद केजरीवाल के साथ किरण बेदी, संजय सिंह और मनीष सिसोदिया ने भी अन्ना हजारे के साथ इस आंदोलन में शामिल थे लेकिन अन्ना हजारे के बाद केजरीवाल आंदोलन का मुख्य चेहरा बनकर उभरे। इसके बाद केजरीवाल ने अपनी पार्टी का गठन किया और 24 नवंबर 2012 को आम आदमी पार्टी बनाई गई।
2 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार हुए केजरीवाल
बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केजरीवाल को दिल्ली के कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किया है। उन पर शराब नीति को लेकर साजिश रचने और पार्टी पर 100 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है। ईडी ने इस मामले में पूछताछ के लिए केजरीवाल को 9 समन भेजे थे लेकिन उन्होंने हर इन्हें अवैध बताते हुए दरकिनार कर दिया। उधर की गिरफ्तारी की आशंका तो लेकर केजरीवाल ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन उन्हें वहां से भी राहत नहीं मिली जिसके बाद गुरुवार रात ईडी उनके आवास पर 10वां समन लेकर पहुंची और 2 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया।