Amanatullah Khan: अमानतुल्लाह के करीबियों पर तीन एफआईआर, आप विधायक पर विधवा पेंशन फंड का दुरुपयोग करने का आरोप
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान की करीबियों पर जामिया नगर थाने में तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। उनके वकील का कहना है कि एसीबी के पास कोई सबूत नहीं है। फंड के दुरुपयोग का भी आरोप लगा।
आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान के गिरफ्तार होने के बाद बाद उनके करीबियों पर जामिया नगर थाने में तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। साथ ही, विधायक के करीबी और बिजनेस पार्टनर हामिद अली खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, पहले मामले में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने विधायक की पत्नी सफिया खान, बेटे, भाई व अन्यों पर बंधक बनाकर मारपीट करने, धक्का-मुक्की और सरकारी कागजात छीनने का आरोप लगाया है।
हमले में एसीबी के दो एएसआई को मामूली चोटें लगी थी। एसीबी के इंस्पेक्टर की शिकायत पर पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने, ड्यूटी के दौरान हमला करने, बंधक बनाने सहित अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, दो अन्य एफआईआर विधायक के करीबी व बिजनेस पार्टनर हामिद अली खान व कौसर इमाम सिद्दीकी उर्फ लड्डन के खिलाफ दर्ज किए गए हैं। दोनों के खिलाफ अवैध हथियार व कारतूस रखने का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में पुलिस ने हामिद अली खान (54) को गिरफ्तार कर लिया है।
हमले से किया इनकार
पुलिस कार्रवाई के बाद विधायक की पत्नी सफिया खान ने एसीबी टीम से मारपीट करने और बंधक बनाने के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। यह भी कहा कि बदनाम करने के लिए ये आरोप लगाए जा रहे हैं।
जांच एजेंसी के पास कोई सबूत नहीं
अमानतुल्लाह के वकील ने कहा कि लगाए जा रहे आरोप पूर्वाग्रह से ग्रस्त हैं। एक जनप्रतिनिधि के तौर पर उनके मुवक्किल ने कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए अपने खाते का इस्तेमाल किया। नियुक्तियों को लेकर एसीबी के पास किसी भी प्रकार के सबूत नहीं है। उन्होंने जांच एजेंसी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह मंदिर (कोर्ट) नहीं है जहां से आप प्रसाद (रिमांड) लेकर ही जाएंगे।
विधवा पेंशन फंड का भी दुरुपयोग हुआ
लोक अभियोजक ने बताया, न सिर्फ वक्फ बोर्ड में भर्ती को लेकर अनियमितता बरती गई, बल्कि वक्फ फंड में विधवा महिलाओं के लिए नियोजित रकम का भी दुरुपयोग किया गया। एसीबी ने अदालत को बताया की वर्ष 2020 के दौरान अमानतुल्लाह खान ने वक्फ को मिली रकम को अपने खाते में स्थानांतरित कराया। वक्फ फंड के खाते की जगह अपने निजी खाते में करीब 80 लाख रुपये की रकम स्थानांतरित की गई।