स्मॉग के कारण 'जहरीली' हो रही गुरुग्राम की आबोहवा, शहर में 500 तक पहुंचा AQI
दिल्ली-एनसीआर के साथ ही मिलेनियम सिटी गुरुग्राम की आबोहवा भी दिन-प्रतिदिन जहरीली होती जा रही है। ग्रैप लागू होने के बाद सोमवार को गुरुग्राम जिले में हवा सबसे 'जहरीली' रही। आज जिले...
दिल्ली-एनसीआर के साथ ही मिलेनियम सिटी गुरुग्राम की आबोहवा भी दिन-प्रतिदिन जहरीली होती जा रही है। ग्रैप लागू होने के बाद सोमवार को गुरुग्राम जिले में हवा सबसे 'जहरीली' रही। आज जिले में आबोहवा सामान्य से दस गुना ज्यादा प्रदूषित रही।
सोमवार सुबह नौ बजे सेक्टर-51 का एक्यूआई 500 रहा और 11 बजे तक 500 ही रहा, जबकि विकास सदन का एक्यूआई सुबह नौ बजे 489 रहा और 11 बजे बढ़कर 495 रहा।
ग्वाल पहाड़ी का एक्यूआई सुबह नौ बजे 450 रहा और 11 बजे तक 456 तक पहुंच गया, जबकि पिछले 24 घंटे से टेरी ग्राम का मॉनिटरिंग स्टेशन खराब है। इसके अलावा मानेसर का एक्यूआई सुबह नौ बजे 484 रहा और 11 बजे तक 493 तक पहुंच गया।
धुंध और प्रदूषण का कुछ ऐसा ही असर हरियाणा के फरीदाबाद जिले में भी देखने को मिला रहा है। प्रदूषण और कोरोना की वजह से अब मॉर्निंग वॉक के लिए पार्क में आने वाले लोगों की संख्या भी कम हो गई है।
शीघ्र राहत मिलने की संभावना नहीं
इसके साथ ही हवा की गति धीमी रहने और पराली जलने के प्रभावों की वजह से राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार पांचवें दिन भी 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है। शहर में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 469 दर्ज किया गया। रविवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 416 दर्ज किया गया, शनिवार को 427, शुक्रवार को 406 और गुरुवार को 450 दर्ज किया गया था, जो कि पिछले साल 15 नवंबर से अब तक का सबसे ज्यादा है, जब यह 458 दर्ज किया गया था।
उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है।