मरीजों और तीमारदारों को राहत, दिल्ली एम्स में मिलेगी एयरपोर्ट जैसी सुविधा; कब से होगी शुरू
दिल्ली के एम्स अस्पताल में मरीजों और उनके तीमारदारों को जल्द ही राहत मिलने वाली है। उन्हें अस्पताल में एयरपोर्ट जैसी सुविधा मिलेगी। इसके लिए एम्स ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ समझाौता किया है।
दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को जल्द ही राहत मिलने वाली है। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बुधवार को बताया कि देश के एयरपोर्ट के यात्री लाउंज की तर्ज पर दिल्ली एम्स में मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए एक वेटिंग लाउंज (प्रतीक्षा कक्ष) का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा के लिए यह पहला कदम होगा।
प्रस्ताव के हिस्से के रूप में, केंद्र द्वारा संचालित इस अस्पताल ने पिछले हफ्ते एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जो अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के तहत लाउंज का निर्माण करेगा। एम्स-दिल्ली की मीडिया और कम्युनिकेशन इंचार्ज डॉ रीमा दादा ने कहा, 'एएआई हमारे लिए पार्किंग के नीचे लाउंज का निर्माण करेगा और उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि यह एयरपोर्ट लाउंज की तरह अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करेगा। यह उनके सीएसआर कार्यक्रम के तहत बनाया जाएगा।'
यह लाउंज मेन एम्स परिसर के टीचिंग ब्लॉक के सामने, साउथ एक्सटेंशन एग्जिट गेट के पास बनाया जाएगा। अगले तीन महीनों में लाउंज बनकर तैयार होने की उम्मीद है। प्रस्ताव के अनुसार, लाउंज में 500 लोगों के बैठने की क्षमता होगी और कम से कम 5,000 लोगों की फ्लोटिंग भीड़ क्षमता होगी। इसमें वॉशरूम, नहाने की जगह, फूड वेंडिंग मशीनें और उन लोगों के लिए तैयार भोजन मिलेगा जिन्हें अस्पताल में लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है।
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि लाउंज का इस्तेमाल करने वाले लोगों को यहां बैठने के लिए पैसे नहीं देने होंगे, जबकि खाना बहुत मामूली दरों पर उपलब्ध होगा। डॉ. दादा ने कहा, 'इसके अलावा, सीएसआर पहल के तहत दो अन्य वेटिंग लाउंज भी बनाए जाएंगे। एक रूरल इलेक्ट्रिकल कॉरपोरेशन का है, जिसमें 2,000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला ग्राउंड और दो मंजिला ढांचा होगा। यह मौजूदा भूमिगत पार्किंग स्थल के ऊपर बनेगा। दूसरा एनटीपीसी का है, जो मदर एंड चाइल्ड ओपीडी के पास है, इसमें 1,500 लोगों के बैठने की क्षमता वाला ग्राउंड और एक ढांचा होगा।'