आफताब को था शक, प्रेमिका की जिंदगी में है दूसरा शख्स; आरोपी अलग रहने के लिए भी था राजी
हत्या के दिन यानी 18 मई को श्रद्धा ने आफताब पूनावाला से शादी करने या अलग रहने की बात की तो विवाद बढ़ गया। आफताब ने बताया कि उसे लगता था कि श्रद्धा के जीवन में कोई दूसरा शख्स आ गया है।
श्रद्धा हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। आफताब के शादी नहीं करने पर श्रद्धा नाराज थी और वह उससे अलग होना चाहती थी। आफताब इसकी वजह से ही नाराज था। जांच में सामने आया है कि आफताब की बात नहीं मानने पर उसने श्रद्धा की हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में सामने आया कि आफताब शादी नहीं करना चाहता था जबकि श्रद्धा लगातार इस पर दबाव बना रही थी। हालांकि तीन मई को दोनों में विवाद होने के बाद आफताब अलग-अलग रहने के लिए राजी हो गया था। लेकिन फिर उसने श्रद्धा को घूमने के लिए सहमत कर लिया। इसके बाद 18 मई को श्रद्धा ने शादी करने या अलग रहने की बात की तो विवाद बढ़ गया। आफताब ने बताया कि उसे लगता था कि श्रद्धा के जीवन में कोई दूसरा शख्स आ गया है। इसकी वजह से गांजे के नशे में धुत आफताब ने उसकी हत्या कर दी।
खून के धब्बे, टेक्निकल सर्विलांस अहम सबूत
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ अहम सबूत मिले हैं जो हत्या को साबित करते हैं। इसके लिए परिस्थितिजन्य साक्ष्य भी हैं। आफताब के फ्लैट के बाथरूम, बेडरूम और किचन इन तीन जगह रक्त के धब्बे मिले हैं, जिन्हें एफएसएल ने जांच के लिए ले लिया है। इसके अलावा 18 मई को आफताब और श्रद्धा के फोन की लोकेशन एक जगह पाई गई। वहीं दोनों ऑनलाइन भोजन मंगाते थे।
इस बात के सबूत विभिन्न फूड डिलीवरी ऐप के माध्यम से मिले हैं। लेकिन 18 मई के बाद सिर्फ एक ही व्यक्ति का भोजन ऑनलाइन मंगाया जाने लगा। आफताब ने बताया था कि 22 अक्तूबर को श्रद्धा घर छोड़कर चली गई थी, लेकिन उसका फोन लगातार इसी इलाके में सक्रिय था। इन सबको पुलिस अहम सबूत मान रही है।
अब तक 13 हड्डियां बरामद हो चुकी
पुलिस को अब तक कुल 13 हड्डियां बरामद हो चुकी हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि महरौली पुलिस ने बद्री से भी पूछताछ की। लेकिन उसकी भूमिका संदिग्ध नहीं पाई गई।
सतर्क हो गया था आरोपी, सबूत मिटाने में जुटा
मुंबई पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए बुलाने पर आफताब सबूत मिटाने में जुट गया था। दरअसल, श्रद्धा के पिता ने 12 अक्तूबर को मानिक नगर थाने में शिकायत दी थी। पुलिस ने 20 अक्तूबर को आफताब को फोन कर पूछताछ के लिए बुलाया था। जांच में सामने आया कि श्रद्धा का फोन 20 अक्तूबर से 23 अक्तूबर तक सक्रिय था। फिर बंद हो गया। आफताब ने बताया कि उसने श्रद्धा के मोबाइल को समुद्र में फेंककर सिम को दिल्ली में तोड़कर फेंक दिया था। अब पुलिस श्रद्धा के व्हाट्सऐप को सक्रिय कर मैसेज पढ़ने की कोशिश कर रही है।
दोनों अकाउंट से किए थे भुगतान
जांच में पता चला है कि हिमाचल के तोष गांव में आफताब और श्रद्धा दोनों के अकाउंट से ऑनलाइन भुगतान किए गए थे। सौल तक करीब 15 होटल कर्मियों के एंट्री रजिस्टर की जांच की गई है। वहां के लोकल लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।