आरुषि-हेमराज मर्डर केस: जेल से रिहा होने के बाद नूपुर संग ससुराल पहुंचे राजेश तलवार, सास ने उतारी आरती
अपनी ही बेटी आरुषि की हत्या के आरोप में सीबीआई की विशेष अदालत से दी गई उम्रकैद की सजा काट रहे तलवार दंपति हाईकोर्ट के आदेश पर सोमवार को डासना जेल से रिहा हो गए। जेल से निकलने के बाद डॉ. राजेश तलवार...
अपनी ही बेटी आरुषि की हत्या के आरोप में सीबीआई की विशेष अदालत से दी गई उम्रकैद की सजा काट रहे तलवार दंपति हाईकोर्ट के आदेश पर सोमवार को डासना जेल से रिहा हो गए। जेल से निकलने के बाद डॉ. राजेश तलवार और डॉ. नूपुर तलवार शाम को नोएडा के जलवायु विहार पहुंचे। नूपुर के माता-पिता एल-245, सेक्टर-25 में रहते हैं। वहां नूपुर की मां लता चिटनिस ने दोनों की आरती उतारी और किसी से बात किए बिना घर के अंदर चले गए। सोमवार शाम को डॉ. तलवार से मिलने उनके खास दोस्त घर पहुंचे और रात में उनके साथ डिनर किया।
जलवायु विहार में ही रहेंगे
राजेश व नूपुर अभी जलवायु विहार में ही रहेंगे। जिस घर एल-32 में आरुषि की हत्या हुई थी, उसके पास ही एल-245 अवस्थित है। यह राजेश के सास व ससुर का घर है। पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि बाद में दोनों का जो फैसला होगा, उसके मुताबिक वह एनसीआर में कहीं भी रह सकते हैं। हालांकि परिवार के लोगों का कहना है कि माता पिता की खुशी के खातिर दोनों नोएडा में साथ रहेंगे।
#WATCH: Rajesh & Nupur Talwar arrived at their residence in Noida's Jal Vayu Vihar after being released from Ghaziabad's Dasna Jail. pic.twitter.com/JO3Q68oGw7
— ANI (@ANI) October 16, 2017
तलवार के भाई ने कहा कि दंपति कुछ दिन ससुराल में रहेंगे। इसके बाद वे मीडिया के समक्ष आएंगे। अभी उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।
रास्ते में लिया यू-टर्न
दरअसल पहले की योजना के मुताबिक, तलवार दंपति को डासना जेल से सीधे सेक्टर-61 स्थित साईं मंदिर आना था। एनएच-24 से एबीईएस कट से ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक यह सब तय था। लेकिन कुछ दूर आगे आने पर उन्होंने अपना प्लान बदल दिया और सीधे यू-टर्न लेकर जलवायु विहार पहुंच गए। घर में ही साईं बाबा की पूजा-अर्चना की।
एल-32 नहीं जाएंगे
एल-32 स्थित घर में आरुषि की हत्या हुई थी। यह घर डा. तलवार का है। हालांकि अभी उसमें किराएदार रह रहे हैं। पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जलवायु विहार में रहने के दौरान भी ये लोग एल-32 नहीं जाएंगे।
सास ने खीर बनाई
सोमवार को बेटी-दामाद के घर पहुंचने को लेकर चिटनिस परिवार में खुशी थी। सुबह से ही तैयारियां चल रही थी। दामाद व बेटी के घर लौटने की खुशी में सास लता चिटनिस ने उनकी पंसद का खाना बनाया। उन्होंने बताया कि राजेश को खीर और मालपुआ काफी पंसद है। लिहाजा डिनर के लिए उन्होंने उनकी पसंद का खाना बनाया है।
मेरे भाई-भाभी शुरू से निर्दोष थे: दिनेश तलवा
भाई और भाभी की अदालती जंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ. राजेश तलवार के भाई दिनेश तलवार ने कहा कि मुझे न्याय पर पूरा भरोसा है। सीबीआई ने आरुषि-हेमराज की हत्या में मेरे भाई-भाभी को गलत तरीके से फंसाया था। उच्च न्यायालय के फैसले से खुशी है। अदालत से रिहाई परवाना जारी होने के बाद दिनेश पत्रकारों से चंद मिनटों के लिए रू-ब-रू हुए। उन्होंने कहा कि अब पूरा परिवार खुश है। यह अदालती जीत अन्य मुकदमों में सभी निर्दोषों के लिए नजीर साबित हो सकती है।
दिनेश ने भाई और भाभी को रिहा कराने के बाद जेल के बाहर मीडिया से कोई बात नहीं की। बल्कि दिनेश, राजेश और नूपुर तलवार मीडिया की ओर हाथ जोड़ते हुए निकल गए। मीडिया के धक्का-मुक्की में दिनेश एक बार लड़खड़ाकर भी गए।
आरुषि की नानी लता चिटनिस ने कहा- मेरी बेटी और दामाद बेगुनाह थे। भला कोई अपनी जिगर के टुकड़ों को क्यों मारेगा? एक बार अदालत से सजा मिलने के बाद भी उनके बच्चों को इंसाफ मिला है।