कंझावला केस: आरोपियों को बचाने वाले पुलिसकर्मी बर्खास्त हों, AAP विधायक ने पुलिस कमिश्नर को लिखा खत
आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली की बेटी के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपियों को बचाने की कोशिश करने वाले पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर पुलिस आयुक्त को खत लिखा है।
दिल्ली के कंझावला केस में एक के बाद एक अहम खुलासे भी हो रहे हैं। इस बेहद ही संवेदनशील मामले में सियासत भी हो रही है। दिल्ली पुलिस की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है। अब आदमी पार्टी के नेता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा को खत लिखा है। सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली की बेटी के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपियों को बचाने की कोशिश करने वाले पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर पुलिस आयुक्त को खत लिखा है।
सौरभ भारद्वाज ने डीसीपी द्वारा आरोपियों को बचाया जा रहा था। उनको बर्खास्त किया जाए। आप विधायक ने मांग की है कि उस मार्ग पर जितने भी पुलिसकर्मी नियुक्त थे उन सभी बर्खास्त किया जाए। इसके अलावा जिस पुलिसकर्मी ने एफआईआर दर्ज करने में हल्की धाराएं लगाई और केवल एक आरोपी पर केस दर्ज किया, उसे भी बर्खास्त किया जाए।
विशेष आयुक्त की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन
इधर विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह ने अपनी टीम के साथ सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किलोमीटर लंबी सड़क का निरीक्षण किया, जहां बाहरी दिल्ली में एक 20 वर्षीय युवती को कार से घसीटा गया था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस से इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। दिल्ली पुलिस ने विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है और उनसे घटना के संबंध में जल्द से जल्द एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के तहत, सिंह ने अपनी टीम के साथ सोमवार रात अपराध स्थल का दौरा किया और बाहरी दिल्ली में उस सड़क का निरीक्षण किया, जहां कार के नीचे फंसने के बाद युवती को घसीटा गया था। सूत्रों के अनुसार, टीम की प्राथमिक जिम्मेदारी मार्ग का विश्लेषण करना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोकने के लिए सुधारों का सुझाव देना है।
आरोपी नशे में थे या नहीं?
पुलिस के अनुसार, युवती अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली थी। 31 दिसंबर की रात को उसकी स्कूटी कार से टकरा गई और वह कार के नीचे फंस गई। उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था और कंझावला में एक सड़क पर वह निर्वस्त्र अवस्था में पायी गयी। कथित तौर पर कार में सवार पांच लोगों पर सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस पर हालांकि मामले में 'ढुलमुल जांच' करने का भी आरोप लगा।
पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। प्रथम दृष्टया यह आशंका जताई जा रही है कि घटना के समय आरोपी नशे में थे। सूत्रों ने कहा कि घटना के समय आरोपी नशे में थे या नहीं, यह पता लगाने के लिए उनके खून के नमूने चिकित्सा जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। नए उच्च-गुणवत्ता वाले सुरक्षा कैमरे के फुटेज से पता चला कि कार के निचले हिस्से में फंसी पीड़ित युवती को करीब एक घंटे तक घसीटा गया।