तब क्यों चुप रहते हैं; AAP को चुभ गई अन्ना हजारे की बात, कर दिया तीखा पलटवार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को कर्मों का फल बताने वाले अन्ना हजारे पर आम आदमी पार्टी हमलावर हो गई है। आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडे ने हजारे पर सवाल उठाए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को कर्मों का फल बताने वाले अन्ना हजारे पर आम आदमी पार्टी हमलावर हो गई है। अरविंद केजरीवाल के गुरु रहे अन्ना पर आम आदमी पार्टी के विधायक और वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे ने शुक्रवार को बुजुर्ग सामाजिक कार्यकर्ता पर तीखा वार किया। उन्होंने कहा कि जब जब भ्रष्टाचार के आरोपी भाजपा में शामिल होते हैं तो ये लोग चुप हो जाते हैं और देश को नंबर एक बनाने की बात करने वाले को गिरफ्तार किया जाता है तो बेसिर-पैर की बात करने लगते हैं।
एएनआई ने दिलीप पांडे से अन्ना हजारे के बयान को लेकर प्रतिक्रिया मांगी थी। जवाब में पांडे ने उन्हें आदरणीय तो बताया लेकिन उनके बयान पर दुख भी जाहिर किया। उन्होंने इसके बाद इशारों में कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, 'बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे आदरणीय हैं। दुखद है। कई बार हमारे मन में भी पीड़ा होती है। हिमंत बिस्वा सरमा जिनके खिलाफ भाजपा कैंपेन चलाती है वह भाजपा में शामिल हो जाते हैं और सीएम बन जाते हैं तो कोई आवाज नहीं उठाता। तकलीफ होती है जब अजित पावर जिनके खिलाफ बीजेपी ने 70-75 हजार करोड़ रुपए के आरोप लगाए और उसके खिलाफ कोई आवाज नहीं निकलती आदरणीय (हजारे) के मुख से। यह जो बर्ताव है वह बहुत पीड़ादायी है, बहुत दुखद है।'
पांडे ने आगे कहा, 'पूरा देश देख रहा है कि भाजपा जिन लोगों के खिलाफ थी, वही लोग जब भाजपा में जाकर पाक साफ हो जाते हैं तो ये तमाम लोग पता नहीं कहां चले जाते हैं। शांत हो जाते हैं, कुछ नहीं बोलते हैं। लेकिन देश को सही रास्ते पर, तरक्की के रास्ते पर, भारत को नंबर एक बनाने की बात करने वाला व्यक्ति जब गिरफ्तार होता है तो बेसिर पैर की बात होती है। कौन क्या कर रहा है। आने वाले चुनाव में देश की जनता जवाब लेगी भाजपा से।'
अन्ना ने क्या बोला था?
पिछले दशक के प्रारंभ में 'इंडिया अगेंस्ट करप्शन' के बैनर तले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की पहचान रहे अन्ना हजारे ने महाराष्ट्र में अपने गांव रालेगण सिद्धी में कहा, 'मुझे बहुत दुख हुआ कि अरविंद केजरीवाल जैसा आदमी जो मेरे साथ काम कर रहा था। शराब के बारे में हम लोगों ने आवाज उठाई थी, वह आज शराब नीति बना रहा है। इसका मुझे दुख हुआ।' अन्ना ने आगे कहा, 'लेकिन करेगा क्या? सत्ता के सामने कुछ नहीं चलता। आखिर उसको जो गिरफ्तार किया गया वह उसकी कृति से हुआ। जो हुआ है और जो कानूनी तौर पर होगा, वह सरकार देखेगी।'