दिल्ली की जेलों में 67 कैदी और 11 कर्मचारियों को हुआ कोरोना, अब तक 190 कैदी हुए संक्रमित
दिल्ली की तीनों जेलों में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए 67 से ज्यादा कैदियों और 11 कर्मचारियों का इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को इस बारे में बताया। महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल...
दिल्ली की तीनों जेलों में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए 67 से ज्यादा कैदियों और 11 कर्मचारियों का इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को इस बारे में बताया। महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने कहा, ''अब तक कुल 190 कैदी संक्रमित हुए हैं।
अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार तक दिल्ली की जेलों के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 78 है। इनमें से जेल के 11 कर्मचारी भी हैं।
गोयल ने कहा कि संक्रमण के अब तक 190 मामलों में 121 कैदी ठीक हो चुके हैं, जबकि दो की मौत हो गई है। फिलहाल 67 एक्टिव मरीज हैं। जेल के 304 कर्मी अब तक संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 293 कर्मचारी ठीक हो चुके हैं और 11 का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि मंडोली जेल के अधीक्षक और तिहाड़ जेल के दो डॉक्टरों समेत 11 कर्मी संक्रमित हुए हैं।
1184 convicts were released on emergency parole during #COVID19 pandemic of them 1072 convicts have surrendered &112 are yet to surrender. 5556 under trial prisoners (UTPs) were released on interim bail of them 2200 have surrendered & 3300 are yet to surrender:Tihar Jail official
— ANI (@ANI) April 14, 2021
रोहिणी जेल में संक्रमण का पहला मामला पिछले साल 13 मई 2020 को सामने आया था। मंडोली जेल में 15 जून और चार जुलाई को एक-एक कैदी की मौत हो गई। दोनों कैदी वरिष्ठ नागरिक थे।
अधिकारियों ने कहा था कि पिछले साल मार्च में महामारी की शुरुआत के बाद से जेल विभाग सतर्क है और कर्मचारियों से साफ-सफाई बनाए रखने और उचित दूरी का पालन करने को कहा गया था। जेल परिसरों के भीतर कैदियों के भीतर भी जागरूकता फैलाई गई थी।
तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने बताया कि COVID-19 महामारी के दौरान जेलों में भीड़भाड़ कम करने के मकसद से पिछले साल कुल 1184 दोषियों को इमरजेंसी पैरोल पर रिहा किया गया था। उनमें से 1072 दोषियों ने सरेंडर कर दिया है और 112 कैदियों का सरेंडर करना बाकी है। वहीं, विचाराधीन कैदियों के मामले में 5556 बंदियो को अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया था, उनमें से 2200 सरेंडर कर चुके हैं और 3300 को सरेंडर करना बाकी है।
इससे पहले जेल अधिकारियों ने कहा था कि मंजूर पैरोल की अवधि बीतने के बाद कैदियों के वापस आने पर स्थिति को संभालना कठिन होगा।