दिल्ली मेट्रो के 20KM लंबे रूट पर यहां बनेंगे 18 स्टेशन, NCR की इन कॉलोनियों तक मेट्रो की पहुंच होगी आसान
Delhi Metro : केंद्र सरकार ने दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण में दो नए कॉरिडोर को मंजूरी दे दी। पहली लाइन इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ के बीच, जबकि दूसरी लाइन लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक के बीच होगी।
आखिरकार लंबे इंतजार के बाद लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बुधवार को दिल्लीवालों को दो नए मेट्रो कॉरिडोर की सौगात मिली। केंद्र सरकार ने फेज चार के इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ और लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर को मंजूरी दे दी। इससे मेट्रो घनी आबादी वाली कॉलोनियों तक पहुंचेगी, जिससे लाखों लोगों को फायदा होगा।
20 किलोमीटर के इस कॉरिडोर के निर्माण से पश्चिमी दिल्ली से नई दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली के कई कॉलोनियों की मेट्रो से सीधे कनेक्टविटी बढ़ेगी। यहां कुल 18 स्टेशन होंगे। इसे बनाने में कुल 8399 करोड़ रुपये की लागत आएगी। अब सिर्फ नरेला-रिठाला से कुंडली तक जाने वाले कॉरिडोर की मंजूरी बची हुई है।
फेज चार में कुल छह कॉरिडोर में 112 किलोमीटर का निर्माण होना है। तीन कॉरिडोर मजलिस पार्क से मौजपुर, जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम और दिल्ली एयरोसिटी से तुगलकाबाद के 65.20 किलोमीटर नेटवर्क को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। इनका करीब 44 फीसदी निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। इसमें करीब तीन किलोमीटर के एक सेक्शन की शुरुआत जुलाई में होने की संभावना है। केंद्र सरकार ने बचे हुए तीन में से 2 कॉरिडोर को मंजूरी दी है।
रेलवे स्टेशन और एलएनजेपी अस्पताल की दूरी कम होगी : इंद्रप्रस्थ से इंद्रलोक बेहद अहम कॉरिडोर है। यह मौजूदा ग्रीन लाइन (बहादुरगढ़ से इंद्रलोक/कीर्ति नगर) की विस्तार लाइन है। 12 किलोमीटर के इस कॉरिडोर पर 10 मेट्रो स्टेशन होंगे। इसके बनने से पश्चिमी दिल्ली से नई दिल्ली के इलाके जैसे दिल्ली गेट, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, एलएनजेपी अस्पताल की दूरी कम होगी।
ऐसे फायदा मिलेगा : वर्तमान में अगर कोई ग्रीन लाइन के जरिये पीरागढ़ी से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आना चाहता है तो पहले उसे कीर्ति नगर आना पड़ेगा। वहां से वाया ब्लू लाइन मेट्रो से राजीव चौक आना पड़ेगा। फिर मेट्रो बदलकर येलो लाइन (गुरुग्राम से समयपुर बादली) पर सफर करके नई दिल्ली पहुंचना होगा। मगर, इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर बनने के बाद वह पीरागढ़ी से सीधे नई दिल्ली तक सफर कर सकता है। इससे उसके समय की बचत होगी। इसी तरह सदर बाजार में शॉपिंग करने वालों के अलावा सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन से भी कनेक्टविटी बढ़ेगी। वह दिल्ली सचिवालय भी पहुंच सकते हैं।
दक्षिणी दिल्ली के अछूते इलाके जुड़ेंगे : दक्षिणी दिल्ली में मेट्रो का बड़ा नेटवर्क है। दिल्ली की सभी अहम लाइन दक्षिणी दिल्ली के किसी न किसी इलाके से होकर निकलती हैं। इसके बाद भी एंड्रयूज गंज, जीके 1, पुष्पा भवन, साकेत डिस्ट्रिक्ट सेंटर, पुष्प विहार और साकेत जी ब्लॉक की कई कॉलोनियां सीधे मेट्रो नेटवर्क से नहीं जुड़ी थी। मेट्रो के किसी भी लाइन येलो, मजेंटा या फिर भविष्य में बनने वाली सिल्वर लाइन तक पहुंचने के लिए लंबा सफर करना पड़ता था। मगर, इस कॉरिडोर के बनने से ये इलाके भी सीधे मेट्रो नेटवर्क की जद में होंगे। यह कॉरिडोर वर्तमान में वायलेट लाइन (कश्मीरी गेट से फरीदाबाद कॉरिडोर ) का विस्तार लाइन होगी। आठ किलोमीटर की दूरी पर कुल 8 मेट्रो स्टेशन होंगे।
डीएमआरसी ने शुरू की प्रक्रिया
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन दोनों लाइनों पर काम जल्द से जल्द शुरू करने के लिए प्री-बिड एक्टिविटीज और टेंडर डॉक्यूमेंट्स तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत मेट्रो लाइन के रास्ते में आने वाली पाइपलाइन और वायरिंग आदि को शिफ्ट करने के लिए जरूरी सर्वेक्षण होगा। इसमें विभिन्न एजेंसियों से निर्माण के लिए जरूरी मंजूरी लेने की प्रक्रिया भी शामिल है।