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पापा मैं बड़ा होकर आपके लिए... बेटे के वादों को याद करके रोया परिवार; दिल्ली के प्राइवेट स्कूल में छात्र की मौत

पापा जब मैं बड़ा हो जाऊंगा तब ऐसी कार खरीदूंगा जो पूरी गली में किसी के पास नहीं होगी। मैं आप दोनों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर एक अलग कमरा भी बनवाऊंगा। ये वादा उस 12 साल के बच्चे प्रिंस ने अपने माता-पिता से किया था जिसकी वसंत विहार के स्कूल में मौत हो गई।

Sneha Baluni लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 5 Dec 2024 09:00 AM
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पापा जब मैं बड़ा हो जाऊंगा तब ऐसी कार खरीदूंगा जो पूरी गली में किसी के पास नहीं होगी। मैं आप दोनों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर एक अलग कमरा भी बनवाऊंगा। ये वादा उस 12 साल के बच्चे प्रिंस ने अपने माता-पिता से किया था जिसकी वसंत विहार के स्कूल में मौत हो गई। बच्चे के 39 वर्षीय पिता और 34 साल की मां अपने बेटे के सपनों को याद करते हुए रो पड़े। छात्र के पिता ने कहा, 'हमारा बेटा हमें बेस्ट सुविधाएं देना चाहता था। इतनी कम उम्र में उसके मन में इतने अच्छे विचार थे।'

कंधा टकराने पर पीटा

कंधा टकराने को लेकर हुए झगड़े में एक छात्र ने प्रिंस की पिटाई कर दी जो उसकी मौत का कारण बना। पुलिस ने इस सिलसिले में मृतक के क्लासमेट (सहपाठी) को पकड़ा है। जिससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्र ने बताया, ‘हमारे पास सीसीटीवी फुटेज है और हम अभी मामले की जांच कर रहे हैं। अभी तक हमें पता चला है कि सुबह की प्रार्थना सभा के दौरान जाते समय छात्र का कंधा कुछ लड़कों से टकराया था, जिसके बाद उनके बीच तीखी बहस हुई। वीडियो में यह नजर आ रहा है कि पकड़े गए छात्र समेत कुछ छात्रों ने पीड़ित के चेहरे पर मुक्का मारा और उसकी गर्दन पकड़ ली। हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।’

मृतक छात्र प्रिंस को मंगलवार को फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 'एक हाथ में अपने बेटे की तस्वीरों वाला फोन पकड़े हुए, महिला ने अपने बेटे की सफेद शर्ट को सीने से लगा लिया। अपनी मां के बिना हमारे बालक की एक भी फोटो नहीं है। वह मेरा बेटा था। देखो वह कितना सुंदर था। यह हमारी फैमिली फोटो थी।' यह कहते हुए मां रो पड़ती है।

टीचर नहीं आए

पेशे से प्लंबर मृतक बच्चे के पिता ने कहा कि उन्हें अपने बेटे के स्कूल में एडमिशन के लिए तीन बार आवेदन करना पड़ा, उसके बाद ही उसे ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत सीट मिली थी। उन्होंने कहा, 'मेरे बड़े बच्चे का एडमिशन नहीं हो पाया, इसलिए मैंने उसका जनरल कैटेगरी की सीट में दूसरे स्कूल में एडमिशन करवा दिया। हमें 5,000 रुपये देने पड़े।' दंपति ने दावा किया कि स्कूल का कोई भी टीचर प्रिंस की मौत के बाद उनसे मिलने नहीं आया।

पुलिस का लाठीचार्ज से इंकार

इससे पहले दिन में कुसुमपुर पहाड़ी के कई लोगों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया, जहां परिवार पहले रहता था और आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की। विरोध प्रदर्शन में शामिल ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स ने एक बयान में दावा किया, 'न्याय सुनिश्चित करने के बजाय, पुलिस ने कुसुमपुर के दलित निवासियों पर बेरहमी से लाठीचार्ज किया।' हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि वे जांच पूरी करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

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