Hindi Newsएनसीआर न्यूज़six new modular operation theatres will open in Delhi AIIMS what are the benefits for patients

दिल्ली एम्स में जल्द खुलेंगे 6 नए मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, मरीजों को क्या होंगे फायदे

दिल्ली एम्स में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए एक अच्छी खबर है। अस्पताल में इसी महीने के अंत तक छह नए मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर शुरू हो जाएंगे। इनके शुरू होने के बाद ट्रॉमा सेंटर में ऑपरेशन थियेटर की संख्या दोगुनी हो जाएगी।

Praveen Sharma हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 15 Oct 2024 12:34 PM
share Share

दिल्ली एम्स के जय प्रकाश नारायण ट्रॉमा सेंटर में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए एक अच्छी खबर है। अस्पताल में इसी महीने के अंत तक छह नए मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर शुरू हो जाएंगे। इनके शुरू होने के बाद ट्रॉमा सेंटर में ऑपरेशन थियेटर की संख्या दोगुनी हो जाएगी।

एम्स दिल्ली की मीडिया विभाग की प्रमुख और प्रोफेसर डॉक्टर रीमा दादा का कहना है कि हम जल्द ही नए ऑपरेशन थिएटर शुरू करने जा रहे हैं। यह लगभग तैयार हो चुके हैं। एम्स ट्रॅमा सेंटर में अभी पांच सामान्य और एक इमरजेंसी ऑपरेशन थियेटर हैं।

इनके अलावा छह अतिरिक्त मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर बनाए गए हैं। इनके शुरू होने के बाद सेंटर में ऑपरेशन थियेटर की संख्या दोगुनी हो जाएगी। मौजूदा समय में हर माह छोटी-बड़ी 600 सर्जरी होती हैं। ओटी की संख्या बढ़ने के बाद इन सर्जरी की संख्या बढ़कर 1200 तक पहुंच जाएगी। इसका सीधा फायदा उन मरीजों को होगा, जिन्हें अभी बेड उपलब्ध न हो पाने के कारण मजबूरन दूसरे अस्पताल में रेफर कर देना पड़ता है।

संक्रमण का खतरा कम हो सकेगा

सर्जरी के दौरान कई वजह से मरीजों को अस्पताल में होने वाले संक्रमण से ग्रस्त होने का खतरा रहता है। मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित ओटी है। इनमें हवा की शुद्धता को सुनिश्चित करने के लिए विशेष फिल्टर लगे होते हैं। इनकी मदद से संक्रमण के खतरे को कम किया जाता है।

बता दें कि, दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) देश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर के तमाम शहरों के अलावा देशभर से हर दिन हजारों की तादाद में मरीज यहां अपना इलाज कराने के लिए आते हैं। इसके चलते यहां इमरजेंसी से लेकर ओपीडी और ऑपरेशन थियेटर तक लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। अधिक भीड़ होने के चलते कभी-कभी तो यहां मरीजों को सर्जरी कराने के लिए महीनों और सालों तक इंंतजार करना पड़ता है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें