क्या सैलून में मालिश के दौरान हुई शख्स की मौत? फैक्ट चेक में सामने आई वीडियो की सच्चाई
- जांच के दौरान फैक्ट चेक डेस्क को वायरल वीडियो का एक और हिस्सा मिला, जिसमें मसाज के बाद उक्त व्यक्ति को मुस्कुराते हुए कुर्सी से उतरते और सैलून में लगे कैमरे की ओर इशारा करते हुए देखा जा सकता है।
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप काफी वायरल हो रही है, जिसमें एक व्यक्ति को सैलून में मालिश करवाते हुए दिखाया गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही नाई, शख्स की गर्दन पर मालिश करता है, वह अचानक कुर्सी से बेहोश होकर गिर जाता है। यूजर्स का दावा है कि मालिश के दौरान कुर्सी पर बैठे इस शख्स को लकवा मार गया और फिर मौत हो गई।
पीटीआई फैक्ट चेक की जांच में वायरल दावा फर्जी पाया गया और सामने आया कि यह वीडियो असली नहीं, बल्कि 'स्क्रिप्टेड' है। पूर्व में यह वीडियो सामाजिक जागरूकता फैलाने के लिए साझा किया गया था, लेकिन बाद में इसे झूठे दावे के साथ असली वीडियो बताकर साझा किया जाने लगा।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘फेसबुक’ पर एक यूजर ने लिखा, 'मसाज करवाने के दौरान चली गई जान। आखिर तक देखें वीडियो।' इसी तरह, ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक अन्य पोस्ट में कहा गया कि 'नाई की दुकान में मसाज के दौरान व्यक्ति की मौत हो गई। ऐसा संदेह है कि ज्यादा मसाज के कारण उसकी जान चली गई।'
इस पोस्ट को अब तक पांच हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है और संख्या लगातार बढ़ रही है।
दावे की सच्चाई जानने के लिए डेस्क ने सबसे पहले वीडियो के की-फ्रेम्स (keyframes) को रिवर्स सर्च किया। हमें यह वीडियो ‘थर्ड आई’ नामक एक वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर मिला। इस वीडियो को 9 नवंबर को यूट्यूब पर अपलोड किया गया था।
जांच के दौरान डेस्क को चैनल के डिस्क्लेमर में साफ लिखा मिला कि उनके चैनल पर स्क्रिप्टेड ड्रामा, पैरोडी और सामाजिक जागरूकता से जुड़े वीडियो अपलोड किए जाते हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों का मनोरंजन करना है। इस चैनल पर हमें कई स्क्रिप्टेड वीडियो मिले।
जांच के दौरान डेस्क को वायरल वीडियो का एक और हिस्सा मिला, जिसमें मसाज के बाद उक्त व्यक्ति को मुस्कुराते हुए कुर्सी से उतरते और सैलून में लगे कैमरे की ओर इशारा करते हुए देखा जा सकता है।
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच से यह साफ है कि वायरल वीडियो वास्तविक नहीं बल्कि स्क्रिप्टेड है। यह वीडियो सोशल अवेयरनेस फैलाने और मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया था, जिसे सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।