Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Saurabh Bharadwaj lashes out on bjp alleged they stopped farishte scheme in delhi budget 2025 full details

सौरभ भारद्वाज ने BJP को कहा 'राक्षस', किस स्कीम को बंद बताकर आपा खो बैठे AAP नेता

  • दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज बीजेपी सरकार और एलजी पर खूब बरसे। उन्होंने फरिश्ते योजना के बहाने दोनों पर हमला बोला। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आप नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अपने पहले बजट में ही फरिश्ते योजना को बंद कर दिया है।

Utkarsh Gaharwar लाइव हिन्दुस्तान, दिल्लीSun, 30 March 2025 03:47 PM
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सौरभ भारद्वाज ने BJP को कहा 'राक्षस', किस स्कीम को बंद बताकर आपा खो बैठे AAP नेता

दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज बीजेपी सरकार और एलजी पर खूब बरसे। उन्होंने फरिश्ते योजना के बहाने दोनों पर हमला बोला। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आप नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अपने पहले बजट में ही फरिश्ते योजना को बंद कर दिया है। सौरभ ने बीजेपी को राक्षस कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मानवता की स्कीम रोकने वालों के लिए मेरे पास यही शब्द है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में तल्ख रवैया अपनाते हुए पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 2023 में BJP ने LG और अधिकारियों की मदद से लोगों की जिंदगी बचाने वाली फरिश्ते योजना का पैसा रोककर उसे बंद करने की कोशिश की थी। अब बीजेपी सरकार ने अपने पहले बजट में ही फरिश्ते योजना को बंद कर दिया है। लोगों की जान बचाने वाली ऐसी योजना को बंद करने वालों को राक्षस ही कहा जा सकता है।

सौरभ ने आगे कहा कि AAP सरकार की फरिश्ते योजना से हजारों लोगों की जान बचाई गई लेकिन अब बीजेपी सरकार ने इसे बंद कर दिया है। मैंने मंत्री रहते हुए भी LG साहब को कहा था कि उनके ओर से लगाए गए अफसर इस योजना को बंद करना चाह रहे हैं। इसके बाद मैंने कोर्ट में अपील की और कोर्ट के दखल के बाद अफसरों ने इस योजना को बजट देना शुरू किया। सौरभ ने आगे कहा कि पहले अपने LG से इस योजना को रुकवाने में नाकाम साबित हुई BJP ने अब सरकार में आते ही इस योजना को बंद कर दिया है

सौरभ भारद्वाज ने फरिश्ते योजना के बारे में बताते हुए कहा कि दिल्ली की सड़कों पर होने वाले हादसों में लोगों की जान बचाने के लिए अरविंद केजरीवाल जी की सरकार 2017 में फरिश्ते योजना लाई थी। इस योजना के तहत हादसे का शिकार हुए लोगों का प्राइवेट अस्पतालों में होने वाले इलाज का सारा खर्च सरकार देती थी और इससे 10,000 से ज्यादा लोगों की जान बचाई गई। जान बचाने वालों को दिल्ली सरकार अलग से एक सर्टिफिकेट भी देती थी।

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