बाइक के स्टीकर से लुटेरों तक पहुंच गई दिल्ली पुलिस, DRDO के पूर्व वैज्ञानिक से 2 करोड़ की लूट का खुलासा
दिल्ली की रोहिणी जिला पुलिस और क्राइम ब्रांच ने प्रशांत विहार में डीआरडीओ के एक रिटायर्ड वैज्ञानिक के घर हुई 2 करोड़ की लूट के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस बाइक पर लगे एक स्टीकर की मदद से आरोपियों तक पहुंच गई।
दिल्ली की रोहिणी जिला पुलिस और क्राइम ब्रांच ने प्रशांत विहार में डीआरडीओ के एक रिटायर्ड वैज्ञानिक के घर हुई 2 करोड़ की लूट के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस बाइक पर लगे एक स्टीकर की मदद से आरोपियों तक पहुंच गई। पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर करीब सवा करोड़ रुपये की बरामदगी की है। एक आरोपी की तलाश अब भी जारी है।
बीते शुक्रवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. शिबू सिंह और उनकी पत्नी को घर में ही बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। बदमाश दो करोड़ रुपये कैश और 260 ग्राम सोने के गहने लूटकर ले गए थे।
इस मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में बाइक सवार दो संदिग्ध युवक दिखाई दिए। बाइक की नंबर प्लेट मुड़ी हुई थी, लेकिन उस पर राई विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी का स्टीकर लगा था। इसकी मदद से पुलिस ने आरोपियों की पहचान करने में कामयाबी हासिल कर ली। पकड़े गए पांच आरोपियोंं में से एक वैज्ञानिक का पूर्व कर्मचारी भी है।
भाषा के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये गिरफ्तारियां दो अलग-अलग अभियानों के तहत की गईं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना प्रशांत विहार इलाके में 18 अक्टूबर को दोपहर करीब 12:50 मिनट पर हुई, जब पांच लोग कोरियर सर्विस के कर्मचारी बनकर जबरन वैज्ञानिक के घर में घुस गए थे।
अधिकारी ने बताया कि जसमीन सिंह उर्फ गिफ्टी (42) और वैज्ञानिक के पूर्व कर्मचारी गौरव क्वात्रा (36) को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने लुटेरों को जानकारी दी थी। इस बीच क्राइम ब्रांच ने 3 और आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 1.1 करोड़ रुपये बरामद किए हैं।
अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने कमल (22) और आशीष (22) को नरेला फ्लाईओवर के नीचे पकड़ लिया। इसके बाद पवन सिंह (22) को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस टीम ने गिफ्टी और क्वात्रा से 10.15 लाख रुपये नकद और 1.38 लाख रुपये का नया मोबाइल फोन भी बरामद किया, जबकि बैंक खाते में जमा 2.89 लाख रुपये ‘फ्रीज’ करा दिए।
एडिश्नल पुलिस कमिश्नर (क्राइम) संजय भाटिया ने कहा कि कमल (22) और आशीष (22) को 76 लाख रुपये की नकदी से भरे दो बैग के साथ नरेला फ्लाईओवर के नीचे से पकड़ा गया। बाद में भाटिया ने कहा कि पांचवें आरोपी पवन सिंह (22) को भी गिरफ्तार कर लिया गया और उसके कब्जे से 34 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई।
अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पवन ने खुलासा किया कि उसने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर वैज्ञानिक को लूटने की साजिश रची थी।