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सरकार के सपोर्ट के बिना संभव नहीं, MP में हिरासत में दलित युवक की मौत पर राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के देवास में पुलिस हिरासत में एक दलित युवक की मौत की निंदा की। साथ ही कहा कि वहां की सरकार के समर्थन के बिना यह संभव नहीं है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस इस तरह की शर्मनाक और बेहद निंदनीय घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी।

Subodh Kumar Mishra पीटीआई, नई दिल्लीMon, 30 Dec 2024 05:27 PM
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के देवास में पुलिस हिरासत में एक दलित युवक की मौत की निंदा की। साथ ही कहा कि वहां की सरकार के समर्थन के बिना यह संभव नहीं है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस इस तरह की शर्मनाक और बेहद निंदनीय घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी। पार्टी बहुजनों के अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी और उन्हें न्याय दिलाएगी।

राहुल गांधी ने एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में दावा किया कि एक तरफ मध्य प्रदेश के देवास में पुलिस हिरासत में एक दलित युवक की हत्या कर दी गई। दूसरी तरफ ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ों से बांधकर पीटा गया। राहुल ने कहा कि ये दोनों घटनाएं दुखद, शर्मनाक और बेहद निंदनीय हैं। भाजपा की मनुवादी सोच के कारण उनके शासित राज्यों में एक के बाद एक ऐसी घटनाएं हो रही हैं। यह सरकार के समर्थन के बिना संभव नहीं है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता ने अपने पोस्ट में कहा कि देश के बहुजनों के खिलाफ ऐसी बर्बरता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम उनके साथ हैं। हम उनके संवैधानिक अधिकारों और उन्हें न्याय दिलाने के लिए पूरी ताकत से लड़ेंगे।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यह भी आरोप लगाया कि बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान और कमजोर वर्गों पर अत्याचार ही भाजपा के शासन का मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि देवास में पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत बेहद गंभीर है। परिवार का आरोप है कि युवक की मौत पुलिस की बर्बरता से हुई। इससे पहले महाराष्ट्र के परभणी से दलित परिवारों पर अत्याचार और पुलिस हिरासत में एक दलित युवक की मौत की खबर आई थी। प्रियंका ने दावा किया कि ऐसा लगता है कि भाजपा शासन में पुलिस को दलितों, आदिवासियों और वंचितों जैसे कमजोर वर्गों पर अत्याचार करने की खुली छूट मिल गई है।

बता दें कि मध्य प्रदेश में थाने के अंदर 35 साल के दलित व्यक्ति की मौत पर उसके रिश्तेदारों ने हत्या का आरोप लगाया है। एसपी पुनीत गहलोत ने बताया कि मुकेश लोंगरे के खिलाफ 26 दिसंबर को एक महिला द्वारा शिकायत दी गई थी। उसे पूछताछ के लिए सतवास पुलिस थाने में बुलाए जाने के बाद शनिवार को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट मौत की जांच कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि संबंधित थाने के इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।

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