रिमोट कंट्रोल से चल रहा पंजाब... राघव चड्ढा ने क्यों कही ऐसी बात?
पंजाब की भगवंत मान सरकार पर रिमोट कांट्रोल वाली सरकार होने के आरोपों पर आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता राघव चड्ढा ने बेबाकी से जवाब दिया है। जानें उन्होंने क्या बातें कही...
आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता राघव चड्ढा का एक इंटरव्यू चर्चा में है। इसमें उन्होंने तमाम सवालों पर खुलकर बात की है। यह पूछे जाने पर कि अरविंद केजरीवाल को जब गिरफ्तार किया गया था तब आप नजर नहीं आए थे। यह विषय चर्चा में भी था। इस पर राघव चड्ढा का कहना था कि सच्चाई यह है कि मार्च के पहले हफ्ते में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में मेरी एक स्पीच होनी थी। इसके बाद मेरी आंख का ऑपरेशन हो गया। ठीक होने के बाद मैं लौटा और दिल्ली के साथ ही पंजाब में पार्टी के लिए काम किया। पंजाब के सुपर सीएम के आरोपों पर भी उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया।
इंडिया टीवी के एक कार्यक्रम में बातचीत के दौरान राघव चड्ढा की पत्नी परिणिति चोपड़ा से जब पूछा गया कि क्या आपको भी लगता है कि जिस एलिजिबल बैचलर से आपने शादी की है पूरे पंजाब सरकार की चाबी उसके पास है। इस पर परिणीति चोपड़ा ने कहा कि इसका सवाल तो यही (राघव चड्ढा) देंगे। इस पर राघव चड्ढा ने कहा कि हमारा पंजाब परिवार बेहद खुशहाल परिवार है। गुजारिश है कि इसमें खलल ना डालें। इस पर उनसे कहा कि यह सवाल मेरा नहीं राहुल गांधी का है जो आरोप लगाते हैं कि रिमोट कंट्रोल से चलती है पंजाब सरकार...
इंडिया टीवी के कार्यक्रम में राघव से यह पूछा गया कि राहुल गांधी कहते हैं कि रिमोट कांट्रोल का मतलब है आरसी और आरसी का मतलब है राघव चड्ढा… इस पर राघव चड्ढा ने कहा- मानता हूं कि पंजाब रिमोट कंट्रोल से चलता है लेकिन यह रिमोट कंट्रोल पंजाब की जनता के हाथ में है। आवाम इसे चला रही है। उनको जब चैनल बदलना होता है चैनल बदल देते हैं। अब उन्होंने एक ही चैनल लगा रहा है। वह चैनल है आम आदमी पार्टी का… मेरी प्रार्थना है कि अब यही चैनल चलता रहे।
राघव ने आगे कहा कि पार्टी मुझे जो काम सौंपती है मैं उसको निभाता हूं। पार्टी ने मुझे सलाहकार बनाकर बड़े भाई भगवंत मान जी के साथ काम करने की जिम्मेदारी दी है। मैं इसे निभा रहा हूं। हमारा रिश्ता बड़े प्यार का है। वह (भगवंत मान) हमारे बड़े भाई हैं और रहेंगे। यह बड़े इत्तेफाक की बात है कि जब वह आम आदमी पार्टी में आए तो पार्टी में जो पहला दोस्त उन्हें मिला, वह मैं था। साल 2014 में पार्टी में आने के बाद उनको मेरे साथ काम करने की जिम्मेदारी मिली। उनके लोकसभा एमपी के तौर पर कार्यकाल के दौरान मैं उनके साथ काम किया करता था।