नोएडा में फरवरी तक इन 3 स्थानों पर शुरू होगी पजल पार्किंग, प्राधिकरण ने चिन्हित की जगह
नोएडा प्राधिकरण ने 3 जगहों पर पजल पार्किंग बनाने की तैयारी तेज कर दी है। तीनों जगह जमीन से संबंधित कोई दिक्कत तो नहीं है, इसकी जानकारी लेने के लिए नियोजन विभाग को फाइल भेजी है। इस महीने नियोजन विभाग से अनुमति मिलते ही अगले महीने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
नोएडा प्राधिकरण ने तीन स्थानों पर पजल पार्किंग बनाने की तैयारी तेज कर दी है। तीनों जगह जमीन से संबंधित कोई दिक्कत तो नहीं है, यह जानकारी लेने के लिए नियोजन विभाग को फाइल भेजी है। इस महीने नियोजन विभाग से अनुमति मिलते ही अगले महीने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उम्मीद है कि अगले साल फरवरी-मार्च तक पार्किंग की सुविधा लोगों को मिलने लगेगी।
नोएडा प्राधिकरण जाम में कमी लाने के लिए अब छोटी-छोटी पार्किंग तैयार करेगा। ये पार्किंग स्टील के ढांचे पर बनाई जाएंगी। पहले चरण में शहर में तीन जगह ऐसी पार्किंग बनाने का निर्णय प्राधिकरण ने लिया है। सेक्टर-6 नोएडा प्राधिकरण दफ्तर के सामने, सेक्टर-18 सावित्री बाजार के पास और सेक्टर-62 में रामलीला मैदान के पास जगह चिन्हित की गई है। अभी इन तीनों जगह पार्किंग नहीं होने के कारण सड़क पर वाहन खड़े होने से लंबा जाम लगता है। प्राधिकरण यहां अलग-अलग जगह खाली पड़ी थोड़ी जगह पर पार्किंग की सुविधा देगा।
अधिकारियों ने बताया कि ये पार्किंग स्टील के स्ट्रक्चर पर छह मंजिल तक बनाई जाएंगी। इनमें करीब 80 गाड़ियों के खड़े किए जाने का अनुमान है। सेक्टर-18 में सावित्री बाजार में मोबाइल मार्केट मुख्य सड़क के पास ही है। ऐसे में इसका फायदा अट्टा बाजार में आने वाले लोगों को भी होगा।
यह होती है पजल पार्किंग
यह ऑटोमेटिक पार्किंग सिस्टम होता है। इसमें कई स्तर पर स्लाइडिंग प्लैटफॉर्म होते हैं, जिनकी मदद से वाहनों को किसी भी तरफ घुमाया जा सकता है। इस सिस्टम की मदद से उपलब्ध जगह में ज्यादा से ज्यादा वाहनों को खड़ा किया जा सकता है। इसमें किसी भी कार को अन्य कार को हटाए या छुए बिना पार्क किया जा सकता है। इसमें, स्टैंड ऊपर, नीचे, दाएं, और बाएं घूम सकते हैं।
आंतरिक सड़कों पर लग रहा जाम
शहर में जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। शहर के मुख्य रास्तों को छोड़ दें तो आंतरिक स्थानों पर जो जाम लग रहा है, उसकी वजह पार्किंग की व्यवस्था न होना है। नोएडा प्राधिकरण अभी कुछ स्थानों पर बहुमंजिला और पार्कों के नीचे पार्किंग बना चुका है। हालांकि, वाहनों की अधिक संख्या के मुकाबले ये कम पड़ रहे हैं।
15 लाख रुपये खर्च आने का अनुमान
स्टील के ढांचे पर एक गाड़ी की पार्किंग बनाने के लिए 16-17 लाख रुपये के आसपास खर्च आने की उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि जिस एजेंसी को टेंडर दिया जाएगा, उससे लेबर अनुबंध के आधार पर काम का जिम्मा दिया जाएगा। यानि पार्किंग से जो शुल्क आएगा, उसके अनुपात में लेबर का शुल्क एजेंसी को दिया जाएगा। इससे उसका खर्चा निकलेगा। इसके अलावा विज्ञापन का जिम्मा भी दिया जा सकता है।
यहां पार्किंग की अधिक जरूरत
प्राधिकरण ने जिस जगह पजल पार्किंग बनाने का निर्णय लिया है, वहां इसकी काफी जरूरत है। लोगों को आसानी से वाहन खड़ा करने के लिए पार्किंग नहीं मिलती। अभी सेक्टर-18 में बहुमंजिला वाहन पार्किंग बनी हुई है। इसमें करीब तीन हजार वाहन खड़े किए जा सकते हैं। यह पार्किंग बाजार के एकदम दूसरे कोने पर बनी हुई है। यहां वाहन खड़े कर कई बार लोगों को मुफ्त वाला रिक्शा नहीं मिलने पर पैदल आना पड़ता है, जिससे दिक्कत होती है। बाजार के सामने गाड़ी पार्किंग में खड़ा करने पर अधिक शुल्क लगता है। इसके अलावा फोर्टिस अस्पताल के पास भी सड़क पर गाड़ी खड़ी करने से भी जाम लगता है।
अभी यहां पार्किंग की है सुविधा
●सेक्टर-1, 3 और 5 में पार्क के नीचे
●सेक्टर-16ए, 18 और 38ए में बहुमंजिला पार्किंग
●35 स्थानों पर सड़क पर चल रही है पार्किंग