पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना बढ़िया, लेकिन...; हनुमान मंदिर के महंत ने किन्हें देने से किया मना
अरविंद केजरीवाल ने आज पुजारियों और ग्रंथियों को सत्ता में आने पर हर महीने 18000 रुपए सम्मान राशि देने का वादा किया है। कनॉट मंदिर के महंत नवल किशोर ने इस योजना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बड़ी बात कही है।
आम आदमी पार्टी के संयोजक और नेता अरविंद केजरीवाल ने आज पुजारियों और ग्रंथियों को सत्ता में आने पर हर महीने 18000 रुपए सम्मान राशि देने का वादा किया है। पार्टी ने इसे पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना नाम दिया है। इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन का शुभारंभ कल कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर से किए जाने की बात कही गई है। अब मंदिर के महंत नवल किशोर ने इस योजना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस योजना को बहुत बढ़िया बताया, लेकिन उन्होंने इसे कुछ मंदिर और गुरुद्वारा में ना देने की भी बात कही। इसके पीछे की वजह भी बताई। आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा...
दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के महंत नवल किशोर ने पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे बढ़िया निर्णय बताते हुए कहा कि पहले तो केवल मुसलमानों का पक्ष लिया जाता था और उन्हीं लोगों को केवल दिया जाता (वेतन के तौर पर रुपए) था। मंहत ने कहा कि हिन्दू जाग्रत हो रहा है तो ये बढ़िया कदम सामने आया है।
मंहत ने कहा कि ये स्वागत योग्य है, लेकिन मैं एक बात कहना चाहूंगा कि ये जरुरतमंद को ही मिलना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि हमारा मंदिर, गुरुद्वारा बंगला साहिब और बड़े मदरसे ये सब पहले से ही सम्पन्न हैं; क्या जरुरत है इनको तनख्वाह देने की। इसके बाद महंत ने कहा कि सरकार के पास पर्याप्त पैसे भी होने चाहिए। वो पैसे कहां से अरेंज होगा? इसलिए मैं मानता हूं कि अच्छी तरह से सरकार चले, वो उस पैसे को वहां दें जहां जरूरत है। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे में जहां भी जरुरत है वहां दें।
उन्होंने कहा कि अन्यथा ये सरकारी पैसा, टैक्स वाला रुपया खराब होगा। इसलिए ऐसा होना नहीं चाहिए। ये बहुत अच्छा निर्णय है। बहुत पहले हो जाना चाहिए था, लेकिन भेदभाव ये हुआ कि बड़े सालों के बाद ये निर्णय आ रहा है कि हिन्दू मंदिरों और गुरुद्वारों में इसे दिया जाएगा।
आने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए केजरीवाल एक के बाद एक वादे किए जा रहे हैं। पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना के तहत उन्होंने पुजारियों और ग्रंथियों को हर महीना 18000 रुपए सम्मान राशि के तौर पर देने का वादा किया है। इससे पहले पार्टी ने महिलाओं को 2100 रुपए मासिक देने वाली महिला सम्मान योजना और 60 वर्ष से ऊपर की उम्र के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज वाली संजीवनी योजना को चुनाव जीतने पर लागू करने का वादा किया था।