गाजियाबाद में आसमान पर प्रॉपर्टी के रेट? 1 करोड़ रुपये में बिका GDA का 13 लाख वाला प्लॉट
एनसीआर में अब प्रॉपर्टी के रेट आसमान छूते दिख रहे हैं। गाजियाबाद की संपत्ति भी खरीदारों को खूब पसंद आ रही है। इसका असर जीडीए द्वारा की गई संपत्तियों की नीलामी में भी देखने को मिला, जहां 13 लाख रुपये कीमत वाला एक प्लॉट 1 करोड़ रुपये पर जाकर बिका।
एनसीआर के शहर गाजियाबाद में अब प्रॉपर्टी के रेट आसमान छूते दिख रहे हैं। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की संपत्ति भी खरीदारों को खूब पसंद आ रही है। इसका असर जीडीए द्वारा की गई संपत्तियों की नीलामी के दौरान देखने को मिला, जहां 13 लाख रुपये कीमत वाला एक प्लॉट 1 करोड़ रुपये पर जाकर बिका।
जानकारी के अनुसार, इंदिरापुरम न्याय खंड तीन में मौजूद दस वर्ग मीटर दुकान का प्लॉट शनिवार को बोलीदार ने 10 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर की बोली लगाकर खरीद लिया। जबकि इसकी शुरुआती कीमत 1.26 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर रखी गई थी। ऐसे में 13.67 लाख के प्लॉट को बोलीदार ने एक करोड़ में खरीदा है।
दो दिन में प्राधिकरण के कुल 42 प्लॉट बिके हैं, जिससे उसे 140 करोड़ रुपये की आय हुई है। जीडीए की ओर से आयोजित दो दिवसीय नीलामी में 175 प्लॉट में से 42 को खरीदार मिले, जिससे जीडीए को 140 करोड़ रुपये की आय हुई। इसमें सबसे महंगी इंदिरापुरम न्याय खंड तीन के दुकान के प्लॉट की बोली लगी।
10.85 वर्गमीटर के इस प्लॉट को बेचने के लिए प्राधिकरण ने 1.26 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर शुरुआती कीमत रखी थी, जबकि इसकी अंतिम बोली 10 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर की लगी।
इसके अलावा प्रताप विहार के ग्रुप हाउसिंग की 49,050 रुपये की शुरुआती कीमत थी, जिसे बोलीदाताओं ने एक के बाद एक बोली लगाते हुए 76 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर में खरीदा। मधुबन बापूधाम में औद्योगिक भूखंड की शुरुआती कीमत 25,600 रुपये रखी गई थी, जो दूसरे दिन 45,500 रुपये प्रति वर्ग मीटर की उच्चतम बोली पर बेचा गया। इसे पूर्व शुक्रवार को भी जीडीए ने अपनी करीब 22 संपत्ति बेची थीं।
जीडीए के अपर सचिव प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि दोनों दिन नीलामी में कुल 42 आवासीय, व्यवसायिक, ग्रुप हाउसिंग और औद्योगिक भूखंड की बिक्री हुई है, जिससे प्राधिकरण को 140 करोड़ रुपये की आय हुई।