दिल्ली में पलूशन ने तोड़ा 5 साल का रिकॉर्ड, 22 इलाकों में 500 पर AQI, कैसे रहेंगे 3 दिन?
दिल्ली के कई इलाकों में AQI 500 पर पहुंच गया है। इस स्तर को गंभीरतम (सीवियर प्लस) श्रेणी में रखा जाता है। दिल्ली वालों के लिए कैसे रहेंगे अगले तीन-चार दिन इस रिपोर्ट में जानें…
दिल्ली एनसीआर में पलूशन से हालात और खराब हो गए हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली में शाम चार बजे औसत एक्यूआई 494 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को गंभीरतम (सीवियर प्लस) श्रेणी में रखा जाता है। यह आंकड़ा आपात स्थिति के करीब पहुंच गया है। रविवार को औसत एक्यूआई 441 के अंक पर रहा। कुल मिलाकर पलूशन ने सोमवार को पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले नवंबर 2019 में इतना ही प्रदूषण दर्ज किया गया था। चिंता की बात यह भी है कि अगले तीन-चार दिन तक दिल्ली के लोगों को इस गंभीरतम श्रेणी के पलूशन से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
2019 में भी बिगड़े थे हालात
सीपीसीबी के मुताबिक, इससे पहले तीन नवंबर 2019 में वायु गुणवत्ता इस कदर खराब स्तर तक पहुंची थी। तब दिल्ली का सूचकांक 494 के अंक पर रहा था। इस तरह से दिल्ली की हवा ने 2019 में प्रदूषण के स्तर की बराबरी कर ली है। वर्ष 2016 में छह नवंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे ज्यादा खराब स्तर 497 पर पहुंचा था।
22 जगहों पर एक्यूआई 500 पर
सीपीसीबी के मानकों के अनुसार, 401 से 450 तक के सूचकांक को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है, जबकि 451 से 500 तक के सूचकांक को सीवियर प्लस या गंभीरतम श्रेणी में रखा जाता है। 500 के ऊपर के सूचकांक की गणना नहीं की जाती है, क्योंकि इसे आपात स्थिति माना जाता है। सोमवार शाम तीन बजे दिल्ली के छह इलाकों का सूचकांक 500 के अंक पर यानी आपात स्थिति में रहा। इसमें अशोक विहार, द्वारका, मुंडका, नेहरू नगर, रोहिणी और वजीरपुर समेत 22 इलाके शामिल हैं।
इन इलाकों में 500 पर एक्यूआई
आनंद विहार---500
अशोक विहार---500
बवाना---500
करणी सिंह शूटिंग रेंज---500
जहांगीरपुरी----500
मेजर ध्यानचंद स्टेडियम---500
द्वारका-8---500
एनएसआईटी द्वारका---500
नजफगढ़---500
मुंडका---500
नेहरू नगर---500
डीयू नॉर्थ कैंपस---500
ओखला फेज-2 ---500
पटपड़गंज---500
आरकेपुरम---500
पंजाबी बाग---500
रोहिणी---500
शादीपुर---500
सीरीफोर्ट---500
सोनिया विहार---500
विवेक विहार---500
वजीरपुर---500
(आंकड़े सोमवार रात 8 बजे)
मुसीबत बना घना कोहरा और सुस्त हवा
विशेषज्ञों की मानें तो घना कोहरा और सुस्त हवा के चलते परेशानी बढ़ी है। दिल्ली में मौजूदा वक्त में हवा की औसत रफ्तार दस किलोमीटर प्रति घंटे से कम है। इससे घना कोहरा और स्मॉग देखने को मिल रहा है। हवा की दिशा उत्तरी-पश्चिमी है। सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली में धुंध की एक परत छाई हुई है। इसके चलते धूप नहीं निकल रही है और लोगों को जानलेवा प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है। अगले तीन-चार दिनों के दौरान दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर या बेहद खराब श्रेणी में बनी रहने का अनुमान है।