हेलीपोर्ट परियोजना को आगे बढ़ाने का प्रयास शुरू
नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर-151ए में हेलीपोर्ट परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास शुरू किए हैं। यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के चेयरमैन ने एयरपोर्ट निर्माण कंपनी से सुझाव मांगे हैं। परियोजना की...
यमुना प्राधिकरण के चेयरमैन एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनी से सुझाव लेंगे, इसके बाद नए सिरे से ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा नोएडा। वरिष्ठ संवाददाता
सेक्टर-151ए में बनने वाले हेलीपोर्ट परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने एक बार फिर प्रयास शुरू कर दिए हैं। यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के चेयरमैन जेवर में एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनी से सुझाव लेंगे। प्राधिकरण का प्रयास है कि नोएडा से चार धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा शुरू की जाए।
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ लोकेश एम ने एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनी से मदद मांगने के लिए यमुना प्राधिकरण के चेयरमैन अनिल सागर के साथ बैठक की थी। चेयरमैन ने आश्वस्त किया कि नोएडा में बेहतर हेलीपोर्ट बनवाने के लिए कंपनी से सुझाव और अन्य मदद दिलवाएंगे। महत्वपूर्ण यह है कि इससे पहले नोएडा प्राधिकरण ने खुद कंपनी को पत्र भेजकर सुझाव देने को कहा था, लेकिन उसने पत्र का कोई जबाव नहीं दिया। अधिकारियों का कहना है कि कंपनी से सुझाव आने के बाद नए सिरे से ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा।
चार साल पहले तैयार हुआ ड्राफ्ट
इस परियोजना का ड्रॉफ्ट नोएडा प्राधिकरण ने वर्ष 2020 में तैयार किया था। इसको वर्ष 2021 में आगे बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हुई। उसके बाद दो बार ग्लोबल टेंडर भी जारी किए गए, लेकिन किसी एजेंसी का चयन नहीं हो सका। नोएडा प्राधिकरण हेलीपोर्ट परियोजना के लिए दोनों टेंडर से पहले प्री बिड मीटिंग भी कर चुकी है। पीपीपी मॉडल पर तैयार होने वाले इस परियोजना की डीपीआर को मंजूरी शासन से मिली हुई है।
43.12 करोड़ रुपये है अनुमानित लागत
डीपीआर के मुताबिक परियोजना की अनुमानित लागत 43.12 करोड़ रुपये है। जो भी एजेंसी इस हेलीपोर्ट को बनाकर तैयार करेगी। नोएडा प्राधिकरण उसे यह हेलीपोर्ट 30 साल के लिए संचालन को सौंपेगा। हेलीपोर्ट में 6 हेलीकॉप्टर खड़े हो सकेंगे। इसके साथ ही हेलीकॉप्टर की मरम्मत भी होगी। एयर एंबुलेंस व निजी हेलीकॉप्टर इस हेलीपोर्ट पर उतारे जा सकेंगे। हेलीपोर्ट में 5 बेल 412 के पार्किंग एप्रान की सुविधा होगी। इस हेलीपोर्ट में वीवीआईपी या आपातकाल के समय 26 सिटर एमआई 172 भी उतारा जा सकेगा।
9.35 एकड़ में हेलीपोर्ट बनना प्रस्तावित
यह पूरा हेलीपोर्ट 9.35 एकड़ में बनाया जाएगा। जमीन मौके पर चिन्हित की जा चुकी है। यहां 500 वर्ग मीटर में टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा, यह 20 आने वाले और 20 जाने वाले सवारियों की क्षमता की होगी। हेलीपोर्ट की इस परियोजना को भविष्य में शुरू हो रहे जेवर के नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उम्मीदें जताई जा रही थी। इसके साथ ही आईजीआई एयरपोर्ट व 500 किमी के दायरे के पर्यटन स्थलों के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवा को डीपीआर में शामिल किया गया है। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि सुझाव के आधार पर हेलीपोर्ट योजना की नोटिस इनवाइटिंग टेंडर (एनआईटी) में बदलाव किया जाएगा। इसके बाद ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।