चार दिन में लगने थे बीस इंजेक्शन मिले सिर्फ दो
दिक्कत सेक्टर 62 स्थित निजी अस्पताल में चल रहा है ब्लैक फंगस का इलाज
नोएडा। मुख्य संवाददाता
ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए इंजेक्शन हासिल करना परिवारजनों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। इंस्पेक्टर पिता के इलाज के लिए इन इंजेक्शनों को हासिल करने के लिए बेटा पिछले चार दिनों से लगातार मेरठ और नोएडा के बीच चक्कर लगा रहा है। जिसे रविवार को सिर्फ दो इंजेक्शन मिल सके, जबकि उसके पिता को पांच इंजेक्शन 21 दिन तक रोज लगाये जाने हैं।
अमरोहा जिले के आदमपुर थाने में तैनात इंस्पेक्टर रकम सिंह ब्लैक फंगस से पीड़ित हैं और उनका इलाज सेक्टर 62 में स्थित निजी अस्पताल में चल रहा है। उनके बेटे वैभव ने बताया कि पिता की आंख का आपरेशन भी हो चुका है और चिकित्सकों ने उन्हें ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इंजेक्शन लिख कर दिया है। इसकी पांच डोज उन्हें रोज दी जानी है और 21 दिन तक यह इंजेक्शन रोज लगने हैं, लेकिन यह इंजेक्शन सिर्फ मेरठ मंडल के कमिश्नर की संस्तुति के बाद एडी हैल्थ के यहां से मिल रहे हैं। इसके लिए वह पिछले चार दिनों से लगातार प्रयास कर रहे थे और इसके लिए पहले अस्पताल से लिखवा कर गौतमबुद्ध नगर सीएमओ के यहां पर अर्जी दी और फिर सीएमओ की संस्तुति के बाद उसे मेरठ मंडल कमिश्नर के यहां पर ले गये और वहां पर लगातार चक्कर लगाने के बाद रविवार को दो इंजेक्शन मिले हैं, जबकि एक दिन में पांच इंजेक्शन चाहिए।
अब दोबारा से फिर अस्पताल से लिखवाकर गौतमबुद्धनगर सीएमओ के यहां पर अर्जी देंगे और फिर वहां से संस्तुति कराकर मेरठ जायेंगे और मेरठ में कमिश्नर कीी संस्तुति के बाद फिर पता नहीं कब इंजेक्शन मिलेंगे। ऐसे में पिता का इलाज कैसे होगा, इसको लेकर उनकी चिंता बनी हुई है, क्योंकि बाजार में कहीं पर भी ये इंजेक्शन मिल नहीं रहे हैं और सरकारी तंत्र से इलाज के लिए आवश्यक इंजेक्शन मिल सकेंगे इसकी संभावना कम है।
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