प्रेमिका के शौक पूरे करने के लिए चाचा के घर में चोरी कराई
- एक बदमाश मुठभेड़ में घायल, दो अन्य को घेरेबंदी कर दबोचा - बदमाशों के
नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। प्रेमिका के शौक को पूरे करने के लिए जब युवक के पास रुपये कम पड़ गए तो उसने सगे चाचा के यहां अपने साथियों से लाखों रुपये की चोरी करा दी। पुलिस मुठभेड़ में मंगलवार को घर में चोरी करने वाला एक बदमाश घायल हो गया। पुलिस ने उसके साथी और पीड़ित के भतीजे को घेरेबंदी कर दबोचा। आरोपियों के पास से चोरी किए गए 12 लाख रुपये के गहने, 3400 रुपये, तमंचा और चोरी की बाइक समेत अन्य सामान बरामद हुआ। डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि सेक्टर-38 निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि चार अक्तूबर को उसके घर में बदमाश घुसे और लाखों रुपये के गहने और नगदी समेत अन्य सामान चोरी कर फरार हो गए। पुलिस ने मामले में केस कर जांच शुरू की। पुलिस ने जिस घर में चोरी की वारदात हुई, वहां की सीसीटीवी फुटेज चेक की तो पुलिस को अंदर घुसते बदमाशों की तस्वीर मिल गई। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसीपी प्रवीण सिंह की अगुवाई में एक टीम गठित की गई।
पुलिस की टीम मंगलवार को शशि कट के पास गश्त कर रही थी। इसी दौरान एक बाइक पर सवार होकर तीन युवक उधर से गुजरे। पुलिस ने संदिग्ध लगने पर जैसे ही बाइक सवारों को रुकने का इशारा किया वे तेजी से सेक्टर-42 के जंगल की तरफ भागे। पीछा करने पर बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में भोला उर्फ रोहित पैर में गोली लगने से घायल हो गया। उसके दो अन्य साथियों आकाश और आशीष को घेरेबंदी कर दबोच लिया गया। भोला गाजियाबाद के विजयनगर का रहने वाला है। आशीष शर्मा और आकाश ठाकुर बुलंदशहर के औरंगाबाद के रहने वाले हैं। भोला के आपराधिक इतिहास की पुलिस को जानकारी मिली है। आशीष और आकाश का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है।
गिरफ्तारी के बाद जब शिकायतकर्ता के भतीजे आकाश से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह शराब पीने का आदी है। उसकी एक प्रेमिका भी है। नौकरी नहीं होने के कारण वह प्रेमिका के शौक पूरे नहीं कर पाता था। इससे उसे शर्मिंदगी होती। प्रेमिका को महंगे उपहार देने के लिए आकाश ने चाचा के घर में चोरी करवाने की साजिश रची। वारदात के बाद जब चोर मामूरा पहुंचे तो उन्होंने मोबाइल से आकाश को कॉल की। पुलिस को आरोपियों की फुटेज यहां भी मिल गई। ऐसे में डंप डाटा एकत्र कर पुलिस बदमाशों की पहचान करने में सफल रही।
भतीजे ने साथियों के साथ मिलकर साजिश रची
डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि पकड़ा गया आकाश ठाकुर पीड़ित का भतीजा है। दो साल पहले तक वह चाचा के परिवार के साथ ही रहता था। उसे पता था कि घर में गहने और नगदी कहां रखी हैं। उसी ने चोरी करने की साजिश रची। उसने अपना प्लान गांव के आशीष और उसके साथी भोला को बताया। दोनों राजी हो गए। आकाश ने दोनों से कहा कि चोरी की वारदात सफल हो जाती है तो वह दोनों को 60-60 हजार रुपये देगा। चार अक्तूबर को आशीष और भोला ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। जिस समय घटना हुई शिकायतकर्ता की नाबालिग बेटी और पत्नी अंदर ही थी।
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