एजेंसीकर्मी, किसानों से कहेंगे हैलो सर आपकी जमीन चाहिए
नोएडा प्राधिकरण का भूलेख विभाग किसानों से जमीन लेने में नाकाम रहा है। ऐसे में, प्राधिकरण ने प्राइवेट एजेंसी की मदद लेने का निर्णय लिया है। आठ गांवों से लगभग 215 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करना है।...
-भूलेख विभाग किसानों से जमीन लेने में फेल साबित हो रहा, प्राधिकरण ने प्राइवेट एजेंसी के चयन के लिए टेंडर जारी किया विक्रम शर्मा
नोएडा। नोएडा प्राधिकरण का भूलेख विभाग परियोजनाओं के लिए किसानों से आपसी सहमति से जमीन लेने में फेल साबित हो रहा है। ऐसे में प्राधिकरण ने एजेंसी का सहारा लेने का निर्णय लिया है। एजेंसी का चयन करने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में एजेंसी के स्मार्ट अधिकारी और कर्मचारी किसानों के बीच जाएंगे और कहेंगे कि हैलो सर, आपकी जमीन चाहिए। कर्मचारी किसानों को जमीन देने के फायदे बताएंगे।
शहर में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के आसपास स्थित करीब आठ गांवों की जमीन का अधिग्रहण होना बाकी है। इनके अलावा कुछ अन्य गांवों के पास की जमीन विकास कार्यों के लिए ली जानी है। जमीन नहीं मिलने की वजह से कई जगह विकास कार्य अटके पड़े हैं। प्राधिकरण अधिकारी लगातार किसानों से बैठक कर जमीन देने के लिए बात कर रहे हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही। इसको देखते हुए प्राधिकरण ने पहली बार प्राइवेट एजेंसी का सहारा लेने का निर्णय लिया है। यह एजेंसी खाली जमीन को लेकर भी सर्वेक्षण करेगी। इसके अलावा एजेंसी के कर्मचारी संबंधित गांवों के किसानों के पास जमीन देने से उनको मिलने वाले पांच प्रतिशत भूखंड, मुआवजा राशि और आसपास एरिया को होने वाली फायदों के बारे में जानकारी देंगे। प्राधिकरण स्तर पर किसान के लंबित पड़े काम को भी जल्द कराने में मदद की जाएगी। प्राधिकरण के अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि इससे जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी आएगी। गौरतलब है कि नोएडा प्राधिकरण के भूलेख विभाग में इस समय तीन ओएसडी, नायब तहसीलदार, लेखपाल सहित पूरी टीम है। इसके बावजूद प्राधिकरण किसानों से जमीन लेने में फेल साबित हो रहा है। अब तक अधिकारी ही अपने स्तर से किसानों को समझाने का प्रयास करते आ रहे हैं।
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जिला प्रशासन को आठ गांवों की जमीन के अधिग्रहण का प्रस्ताव भेजा
आठ गांवों की लगभग 215 हेक्टेयर का अधिग्रहण किया जाना है। इसको अधिग्रहित किए जाने के लिए नवीन अधिनियम 2013 के तहत प्रस्ताव तैयार कर अपर जिलाधिकारी को भेज दिया गया है।
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जमीन न मिलने से ये मुख्य परियोजनाएं अटकीं
1-एफएनजी
फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद मार्ग यानि एफएनजी को पूरा करने में जमीन नहीं मिलने की वजह से अलग-अलग जगह काम फंसा पड़ा है। सोरखा गांव के सामने सड़क पर स्कूल, सेक्टर-141 में नर्सरी, छपरौली के सामने दुकानें, सेक्टर-112 में सड़क का रास्ता बंद समेत अन्य रुकावटें हैं। इन सभी जगह किसानों से प्राधिकरण जमीन नहीं ले पा रहा है। यह योजना 12-13 साल से अधूरी है।
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2-गोल्फ कोर्स
प्राधिकरण सेक्टर-151ए में नोएडा इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स का निर्माण कर रहा है। इसका निर्माण करीब दो-ढाई से चल रहा है। दो साल पहले इसकी योजना तैयार हुई थी। अब तक इसका काम पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन दो गांवों के किसानों से प्राधिकरण जमीन नहीं ले पाया। जमीन के इस हिस्से में मुख्य ग्राउंड समेत अन्य चीजें बननी प्रस्तावित हैं।
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3-हिंडन को जोड़ने के लिए सड़क
सेक्टर-146-147 के बीच से हिंडन को जोड़ने के लिए सड़क बन रही है। दूसरी तरफ ये हिंडन पुल से ग्रेनो को जोड़ेगी। नोएडा एरिया में इस सड़क के कुछ हिस्से में एक किसान की जमीन आ रखी है। करीब दो साल के प्रयास के बाद भी प्राधिकरण किसान से जमीन नहीं ले सका है। इस वजह से काम में रुकावट बनी हुई है।
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4-वोडा महादेव मंदिर के पास
सेक्टर-49 कोतवाली चौराहे से सीधे जाते समय वोडा महादेव मंदिर के पास सड़क बंद पड़ी है। आगे यह सड़क सीधे सेक्टर-99 और 100 को जोड़ेगी। इस जमीन पर किसान और प्राधिकरण के बीच विवाद चल रहा है। ऐसे में लोगों को सेक्टर-100 की तरफ जाने के लिए चार-पांच किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर काटना पड़ रहा है।
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किसानों से जमीन लेने और अन्य काम के लिए प्राधिकरण एजेंसी की मदद लेगा। इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। एजेंसी के चयन के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
-डॉ. लोकेश एम, सीईओ, नोएडा प्राधिकरण
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